रूस में नहीं होगा तख्तापलट, मॉस्को से पीछे हटेगा वैगनर ग्रुप

वैगनर आर्मी के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन ने रूस की राजधानी मास्को की ओर अपनी कूच को रोक दिया है। खबर है कि बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने वैगनर आर्मी के चीफ से बात की। इसके बाद वह संघर्ष रोकने को राजी हो गए हैं। एलेक्सेंडर ने प्रिगोजिन के सामने मास्को की ओर बढ़ रहे लड़ाकों को रोकने का प्रस्ताव दिया, जिसे वैगनर आर्मी चीफ ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने एक ऑडियो मैसेज जारी कर इसकी जानकारी दी। वैगनर आर्मी के चीफ ने अपने लड़ाकों को यूक्रेन के फील्ड शिविरों लौटने का आदेश दिया है।
रेड स्क्वायर को कर दिया गया था बंद
उधर, राजधानी की ओर वैगनर आर्मी की कूच को देखते हुए मास्को ने अपने दक्षिणी किनारे पर सेना ने बख्तरबंद वाहनों के साथ चौकियां बना ली थी। रेड स्क्वायर को बंद कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार वैगनर आर्मी के चीफ ने ऑडियो मैसेज में कहा कि वे (रूसी सरकार) वैगनर सैन्य कंपनी को खत्म करना चाहते थे। हमने 23 जून को न्याय के लिए मार्च शुरू किया।
24 घंटे में मास्को पहुँच सकती थी सेना
प्रिगोझिन की सेना (Wagner Army) ने रोस्तोव-ऑन-डॉन पर आक्रमण किया। उनकी सेनाएँ 24 घंटे में मास्को पहुँच जातीं लेकिन उन्होंने घोषणा किया कि वह अपनी सेनाएँ वापस ले रहे हैं। क्योंकि रूसियों का खून बहाया जा सकता था। रोस्तोव से उनकी सेना लिपेत्स्क के माध्यम से चली गई। प्रिगोझिन के खिलाफ विद्रोह के लिए खोला गया आपराधिक मामला हटा दिया जाएगा। विद्रोह में भाग लेने वाले वैगनर सेनानियों को किसी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
रक्षा मंत्री और जनरल स्टाफ के प्रमुख को हटाने की मांग
प्रिगोझिन ने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव को हटाने की मांग की। क्रेमलिन ने उस मांग पर एक शब्द भी नहीं बोला है। क्रेमलिन पर नजर रखने वालों को यकीन नहीं है कि सौदे की यही एकमात्र शर्तें हैं।