‘बिहार में 4 बजे बम धमाका होगा…’, पाकिस्तानी हैंडल से मिली धमकी

बिहार में पाकिस्तानी हैंडल से मिली बम धमाके की धमकी ने हड़कंप मचा दिया है। 12 सितंबर को शाम 4 बजे धमाके की चेतावनी के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे जैसे प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। क्या ये धमकी सच है या किसी की शरारत, जांच जारी है।
बिहार में एक बार फिर सुरक्षा को लेकर हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान से संचालित एक एक्स हैंडल ‘असद’ द्वारा 12 सितंबर, 2025 को शाम चार बजे सार्वजनिक स्थलों पर बम धमाका करने की धमकी दी गई है। धमकी मिलने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सभी जिलों को सतर्कता बरतने और चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। खासकर रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, प्रमुख बाजारों और धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है।
संदिग्ध वस्तुओं की हो रही जांच
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी निर्देश में बम निरोधक दस्ते (BDDS) और डॉग स्क्वायड की मदद लेकर संदिग्ध वस्तुओं की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देने की अपील की गई है। सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त गश्त करने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
यह धमकी ऐसे समय में मिली है जब बिहार में आगामी अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावी माहौल को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क हैं। इसके अलावा, हाल ही में नेपाल में हिंसक प्रदर्शन की घटनाओं ने बिहार की सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी है। कुछ दिन पहले बिहार में तीन आतंकियों के घुसने की खबरें आई थीं, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया था कि ऐसा कुछ नहीं है। फिर भी इस बार की धमकी ने सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे दी है। हालांकि लोगों का ऐसा भी मानना है कि यह धमकी किसी सिरफिरे व्यक्ति की हरकत भी हो सकती है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
यह पहला मामला नहीं है जब बिहार में बम धमाके की धमकी दी गई हो। इससे पहले 9 सितंबर को पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसके बाद गुरुद्वारे को खाली कराकर तलाशी अभियान चलाया गया था। वहीं 29 अगस्त को पटना सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, लेकिन जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। ऐसे मामलों ने पहले भी आम नागरिकों में भय का माहौल बना दिया था।