नदी-नालों की गंदगी सड़कों पर…
0 मानसून की पहली बारिश ने खोली पोल
रायपुर। मानसून के धमक देते ही नगर निगम की पोल खुल गई। महज डेढ़ दिन की मध्यम बारिश से तमाम मुख्य एवं पूरक मार्गों के नाले भर गए और गंदगी सड़कों पर बिखर कर निगम की कार्यशैली का बखान करने लगी।
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने मानसून का पूर्वानुमान जारी किया था। इस बीच शहर के जागरूक लोग एवं विपक्ष के जनप्रतिनिधि निगम को समय रहते तमाम नाली-नाला की सफाई कर लेने की समझाइश देते रहे। बाद में कार्य ना होता देख आरोपलगाया कि ढीली कार्यप्रणाली के चलते नाले-नालों की गंदगी-सड़कों-रास्तों पर आ जाएगी। और आखिर अंदेशा सही साबित हुआ। जिसका नजारा रविवार शाम और सोमवार सुबह दिखा।
मानसून की धमक राजधानी समेत प्रदेश भर में देखी जा रही है। राजधानी में करीब 90 मिली मीटर बारिश डेढ़ दिन में दर्ज की गई। जिसके चलते सड़कों- नालियों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई। परंतु इसी के साथ नाली-नालों की गंदगी भी सड़कों और गलियों पर फैल गई।
राजधानी के जीई रोड में आश्रम, आमापारा, अग्रसेन चौक, तत्यापारा,आजाद चौक, जयस्तंभ चौक, रविभवन, तहसील ऑफिस,राज टाकीज ,पुराना बस स्टैंड (बांसटाल), मालवीय रोड, छोटापारा, बैजनाथ पारा, पुरानी बस्ती, टिकरापारा, लाखेनगर, अश्वनी नगर, सुंदर नगर, डंगनिया,कटोरा तालाब, पचपेड़ी नाका, श्याम नगर, फाफाडीह, स्टेशन रोड, मौदहापारा, पंडरी, भाटागांव आदि मार्गों पर गंदगी फैली। पैदल चलना इन रास्तों पर मुश्किल हो गया, जबकि नगर निगम सफाई का दावा करते रहा। पर मानसून की पहली ही बारिश ने पोल- खोल कर रख दी। यहां बता देना लाजिमी होगा कि डेढ़-दो दिनों से हो रही मानसून की बारिश मूसलाधार नहीं हैं। हल्की से मध्यम तब ऐसे हालात हैं।