Semi Conductor : केंद्र सरकार देश को बनाना चाहती है सेमीकंडक्टर हब, मदद के लिए वतन पहुंच सकते हैं हज़ारों इंजीनियर
Semi Conductor : केंद्र सरकार देश को सेमीकंडक्टर हब बनाना चाहती है। विदेशी चिप कंपनियों को देश में आकर्षित करने के लिए सरकार ने 10 अरब डॉलर के इन्सेंटिव का ऐलान किया है।
Semi Conductor रायपुर। केंद्र सरकार देश को सेमीकंडक्टर हब बनाना चाहती है। विदेशी चिप कंपनियों को देश में आकर्षित करने के लिए सरकार ने 10 अरब डॉलर के इन्सेंटिव का ऐलान किया है। सरकार को यह भी उम्मीद है कि एशिया और अमेरिका में काम कर रहे हजारों भारतीय इंजीनियर इससे स्वदेश लौट आएंगे और देश की हाईटेक क्रांति में भागीदारी करेंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि ग्लोबल सेमी कंडक्टर कंपनियों में टॉप पोजीशन पर काम कर रहे हैं। प्रोफेशनल्स में 20 से 25 प्रतिशत भारतीय है। हमें (भारत ) उम्मीद है कि उनमें से कई भारत आएंगे। आईटी मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी ने बताया है कि अमेरिका में काम कर रहे युवा इंजीनियर स्वदेश लौटना चाहते हैं। वहीं ताइवान, सिंगापुर, मलेशिया से वापसी करने के इच्छुक इंजीनियर काफी अनुभवी है। अमेरिका में काम कर रहे अनुभवी पेशेवर नही लौटना चाहते क्योंकि वे वही बस चुके हैं। परंतु एशियाई देशों में काम कर रहें इंजीनियर नए मौके की तलाश में है। 2700 से अधिक हाइली क्वालिफाइड भारतीय इंजीनियर ताइवान की सेमीकंडक्टर कंपनियों काम कर रहें हैं।
बताया जा रहा है कि दुनिया में सबसे अधिक इंजीनियर भारत से निकलते हैं पर उनके पास सेमीकंडक्टर बनने का अनुभव नही है। इसलिए कंपनियों को दुनिया भर से वरिष्ठ प्रतिभाएं भारत लानी पड़ेगी और देश में भी प्रतिभाओं का बड़ा पुल तैयार करना होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि एक दो कंपनियों के आने से बात नहीं बनेगी। बल्कि आईसी डिजाइन, टेस्टिंग, पैकेजिंग और मैटेरियल सप्लाई सहित सप्लाई चैन को भारत आना होगा तभी सफलता मिलेगी। उधर टाटा इलेक्ट्रॉनिक में 47 हजार,माइक्रोफोन टेक्नोलॉजी में 5 हजार एसटैक एंड एमटैक में 5 हजार तथा कनेस टेक्नोलॉजी में 2 हजार लोगों की (इंजीनियरों) की जरूरत होगी।

