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Chhattisgarh Politics News : स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का निर्णय रंग लाया, तकदीर उन्हें मंत्री पद तक ले आई …!

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Chhattisgarh Politics News : चर्चा में हैं टंकराम वर्मा शिक्षक से सीधे विधायक बने

Chhattisgarh Politics News : शिक्षक से सीधे विधायक बने टंकराम वर्मा चर्चा में हैं। दरअसल वर्मा तीन मंत्रियों के Chhattisgarh Politics News सरकारी पीए रह चुके हैं। दूसरी अहम बात उन्होंने बलौदा बाजार मेंअरसे से चल रहे। मिथक को तोड़ दिया हैं। जिसमें कहा जाता रहा था -कि बलौदा बाजार में सत्ता के विपरीत विधायक चुना जाता हैं।

बताया जा रहा है कि नवनियुक्त मंत्री टंकराम वर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश बैस (वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल) के सरकारी पीए रह चुके हैं। फिर बाद में वे पूर्व मंत्री केदार कश्यप (वर्तमान में नवनियुक्त मंत्री) के भी सरकारी पीए के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। इतना ही नहीं पूर्व मंत्री दयाल दास बघेल (वर्तमान में नव नियुक्त मंत्री) के यहां भी निज सचिव की सरकारी सेवाएं दे चुके हैं।

शायद उक्त पीए वाली सरकारी सेवाओं के चलते ही या तकदीर अन्य वजह से वर्मा ने सन 2017 में शिक्षक की नौकरी से अनिवार्य स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति की राह पकड़ी। पहले तिल्दा से जिला पंचायत सदस्य बने। फिर पिछले वर्ष ही उन्हें रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाया गया। फिर तकदीर उन्हें विधायक पद की ओर ले आई। उन्हें टिकट बलौदा बाजार से दी गई। और उन्होंने छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष, कांग्रेस के मीडिया संचार विभाग के पूर्व अध्यक्ष, कभी पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी के करीबी रहे शैलेष नितिन त्रिवेदी को करारी शिकस्त दी टंकराम वर्मा अब मंत्री बनाए गए हैं। संयोग नहीं तकदीर कहें आज 22 दिसंबर को जब वे शपथ लेंगे। तब उनके साथ पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व मंत्री दयाल दास भी पुनः मंत्री पद की शपथ लेंगे चर्चा है कि जब वे विधायक चुने गए तब कांग्रेस-भाजपा दोनों में दिग्गज नेता चौंक पड़े थे। क्योंकि बलौदा में सत्ता के विपरीत विधायक चुने जाने का मिथक मूलतः एक शिक्षक ने तोड़ डाला था।

(लेखक डा. विजय)

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