“छत्तीसगढ़ में इवेंट मैनेजमेंट टेंडर में घोटाले की आशंका, नियमों की अनदेखी”

रायपुर | छत्तीसगढ़ में हाल ही में इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए जो टेंडर जारी किया गया था, उस पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। आरोप हैं कि इस टेंडर में सरकार के नियमों का पालन नहीं किया गया और एक खास कंपनी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इस टेंडर में छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियमों को नजरअंदाज किया गया है। तीन बार नियमों में बदलाव किए गए, लेकिन दस्तावेज़ में अब भी कोई स्पष्टता नहीं है। ऐसा लगता है कि अधिकारियों ने जल्दबाजी में दस्तावेज़ तैयार किए और इनमें सुधार की कोशिश नहीं की।
इस टेंडर में वीआईपी कार्यक्रमों के लिए मंच, लाइट, साउंड जैसी सेवाओं के लिए तीन श्रेणियों में कंपनियों का चयन किया जा रहा है। हालांकि, इन तीन श्रेणियों के लिए समान सेवाओं की कीमत अलग-अलग तय की गई है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि एक ही कंपनी को लाभ पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।
इसके अलावा, कार्य सीमा इस तरह तय की गई है कि एक ही कंपनी को सारे काम मिल सकते हैं। इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह प्रक्रिया निष्पक्ष है या सिर्फ एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है।
अगर इस टेंडर में कोई गलत काम हुआ तो यह सरकार के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। फिलहाल, विभाग की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जांच की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।