Sukma Naxal Encounter: सुकमा में एनकाउंटर, दो नक्सलियों के मारे जाने की सूचना

Sukma Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ किस्टाराम इलाके में हुई, जहां नक्सलियों के होने की सूचना के बाद डीआरजी और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया था। नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की।
Sukma Naxal Encounter: सुकमा (Chhattisgarh Naxal Encounter)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। किस्टाराम इलाके में नक्सलियों के होने की सूचना के बाद डीआरजी और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने यहां सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया था। इस मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सुरक्षाबलों ने एक नदी के पास घेराबंदी की थी। इस दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की। जानकारी के मुताबिक सुबह से दोनों ओर से रुक-रुककर फायरिंग जारी है। सुरक्षाबलों ने किस्टाराम इलाके में सघन सर्चिंग ऑपरेशन चलाया है।
इधर… नक्सली फंडिंग मामले में नक्सल सहयोगी रघु मिडियामी गिरफ्तार
दंतेवाड़ा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छत्तीसगढ़ नक्सली फंडिंग मामले में प्रतिबंधित सीपीआइ नक्सल संगठन से जुड़े एक फ्रंटल संगठन के शीर्ष नेता रघु मिडियामी को शुक्रवार को दंतेवाड़ा से गिरफ्तार किया है।
मूलवासी बचाओ मंच (एमबीएम) के नेता रघु मिडियामी को गुरुवार को एनआईए ने आरसी-02/2023/एनआईए/आरपीआर मामले में हिरासत में लिया। एनआईए की जांच के अनुसार रघु मिडियामी सीपीआइ के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के लिए स्थानीय स्तर पर फंडिंग के लिए नोडल व्यक्ति था।
मामले में आगे की जांच जारी है। एडिशनल एसपी दंतेवाड़ा आरके बर्मन ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते बताया कि एनआइए को मिले इनपुट के आधार पर उसे धर दबोचा गया।
पहले भी दो की हो चुकी
है गिरफ्तारी
मूलवासी बचाओ मंच पर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी प्रतिबंध लगा रखा है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इससे पहले नवंबर 2023 में मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल किया था। फरवरी 2024 में एनआईए ने यह केस अपने हाथ में ले लिया था।
पुलिस ने दोनों आरोपितों से छह लाख रुपये नकद बरामद किए थे, जिनकी पहचान एमबीएम के सदस्य/ओजीडब्ल्यू (ओवर ग्राउंड वर्कर) के रूप में की गई थी।
पुलिस के मुताबिक रघु मिडियामी एमबीएम का नेता है। यह संगठन नक्सलियों के लिए धन इकट्ठा करने, भंडारण करने और वितरित करने में लगा हुआ है, ताकि उनके भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाया जा सके।