छत्तीसगढ़ में पहली बार ड्रोन के जरिए दवाएं और सैंपल, अंबिकापुर मेडिकल कालेज में ट्रायल सफल रहा

छत्तीसगढ़ न्यूज :
केंद्र सरकार ने टेक्निक इन हेल्थ केयर में एक महत्वाकांक्षी योजना ड्रोन टेक्नोलॉजी शुरू की है। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन सेवा के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का भी चयन किया गया।
छत्तीसगढ़ न्यूज : केंद्र सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना ड्रोन टेक्निक इन हेल्थ केयर शुरू की है। इस हेतु पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन सेवा हेतु अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का भी चयन हुआ था। ततसंबंध में ट्रायल वास्ते 4 कंपनियों ने अपना ट्रायल प्रस्तुत किया। सभी का ट्रायल सफल रहा है। अब आगे निविदा (टेंडर) प्रक्रिया होनी है। जिसकी गुणवत्ता अच्छी रहेगी उसे नए वित्तीय वर्ष 24-25 कार्य सौंपा जाएगा।
केंद्र सरकार ड्रोन टेक्निक इन हेल्थ केयर महत्वाकांक्षी योजना शुरु की
दरअसल केंद्र सरकार ने देखा था कि इमरजेंसी में दवा उपलब्ध न होने पर मरीजों का इलाज शुरू नही हो पाता। इसी निपटने केंद्र की सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना ड्रोन टेक्निक इन हेल्थ केयर की शुरुआत की है। अगर आगे सब कुछ ठीक रहा (सामान्य) तो नए वित्तीय वर्ष 24-25 में सैंपल व दवा को लाने ले जाने के लिए यहां ड्रोन सेवा शुरू हो जाएगी। इस हेतु रेड विग, टेक ईगल, स्काई एयर, तवास नामक चार कंपनियों ने अलग-अलग तिथियाें पर बाकायदा ट्रायल दिया। जो सफल रहे। कंपनियों ने मेडिकल कॉलेज से 40 किलोमीटर दूर उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक महज 30 मिनट में सैंपल पहुंचा दिया। इसी तरह उदयपुर से भी 30 मिनट में सैंपल मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर पहुंच गया। कॉलेज ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। कॉलेज डीन का कहना है कि निविदा (टेंडर) प्रक्रिया बाद दर गुणवत्ता देख (अच्छी) टेंडर स्वीकृत होगा। फिर शासन के निर्देशानुसार ड्रोन सेवा शुरू हो जाएगा। इसका उद्देश्य ड्रोन के माध्यम से सैंपल किट, रिजेंट, जीवन रक्षक दवाइयाें को आसानी से काफी कम समय में पहुंचाना है। मेडिकल कॉलेज में ड्रोन की कमान स्वसहायता समूह से जुड़ी आरती, संध्या को सौंपा जाएगा। जिन्होंने दिल्ली में जाकर ड्रोन संचालन कि ट्रेनिंग ली है।
ड्रोन का सफल परीक्षण
इसका सफल ट्रायल किया गया। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए दूरगामी सोच का परिणाम है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में और बढ़ोतरी होगी। ट्रायल के दौरान नोडल डॉ. रमणेश मूर्ति एवं प्रभारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह, पैथोलॉजिस्ट डॉ. दीपक गुप्ता, लैब टेक्नीशियन अशोक पुरकैत, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर भानेश गौरव एवं ड्रोन ट्रेनर संध्या बारी उपस्थित थे।