Tire Killer Machine : रांग साइड वाले वाहन को रोकने टायर किलर मशीन जल्द लगेगी

Tire Killer Machine :
Tire Killer Machine : संबंधित वाहन का टायर तुरंत पंचर होगा
Tire Killer Machine : रायपुर। राजधानी में पुलिस जल्द ही कुछ चुनिंदा सड़कों पर ; रांग साइड Tire Killer Machine चलने वाले चार पहिया वाहनों को रोकने टायर किलर मशीन लगाने जा रही है।
कुछ लोग यातायात नियमों का उल्लंघन करना स्मार्टनेस समझते हैं
दरअसल कुछ लोगों को जल्दी-हड़बड़ी रहती है तो कुछ लोग यातायात नियमों का उल्लंघन करना स्मार्टनेस समझते हैं। इससे ट्रैफिक जाम होने के साथ नियमों के अंतर्गत वाहन चलाने वालों को व्यर्थ परेशानी उठानी पड़ती है। दुर्घटना भी होती है। तो वहीं कुछ शॉर्ट कट दूरी तय करने नियम तोड़ते हैं या सड़क खाली (साइड) होने पर गलत साइड का इस्तेमाल करते हैं।
मशीन के लिए कंपनियों से निविदा (टेंडर) आमंत्रित की गई है
ऐसे तत्वों से निपटने रायपुर ट्रैफिक पुलिस अब महानगरों की तर्ज पर राजधानी की कुछ सड़कों पर प्रयोग के तौर पर टायर किलर मशीन लगाने जा रही है। इस हेतु मशीन के लिए कंपनियों से निविदा (टेंडर) आमंत्रित की गई है। जो कंपनी कम दर पर मशीन उपलब्ध कराएगी उसे ठेका दिया जाएगा या मशीन ली जाएगी। ऐसी मशीन का सफल प्रयोग दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, इंदौर आदि स्थानों पर किया जा रहा है।
इस सिस्टम में रांग साइड से आने वाली चार पहिया वाहनों के टायर पंचर हो जाते हैं
टायर किलर मशीन सड़क पर लगाई जाती है। इस सिस्टम में रांग साइड से आने वाली चार पहिया वाहनों के टायर पंचर हो जाते हैं। मशीन में जो सिस्टम है उसके साथ अपने साइड पर (उचित) चलने वाली गाड़ियों के पहिए के नीचे आने पर मशीन के किले खुलते नहीं बल्कि दब जाते हैं। टायरों को कोई नुकसान नहीं होता। परंतु गलत (रांग) साइड (अनुचित) से आने वाले वाहनों के पहिए के नीचे आते ही किले ऊपर उठ जाती हैं। नतीजन टायर तुरंत पंचर हो जाते हैं। किले इस तरह होती है कि कोई भी चार पहिया वाहन हो (गलत साइड) उसका टायर पंचर होना, तय रहता है। फिलहाल फाफड़ीह, पंडरी, लोधीपारा, शंकर नगर, तेलीबांधा, राजातालाब से होकर कलेक्टरेट जाने वाली (रांग साइड की स्थिति ) पर यह किलर मशीने लगाई जाएगी। प्रयोग सफल रहा तो अन्य सड़कों पर भी लगाया जाएगा। एक मशीन 30-35 हजार रुपए की पड़ती है। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि 100 से 500 रुपए 1000 रुपए का चालान काटने के बावजूद कुछ वाहन चालक गलत दिशा (रांग साइड) में वाहन चलाना नहीं छोड़ते।
(लेखक डॉ. विजय )