इस घटना के बाद से ये सवाल उठ रहा है कि आखिर ट्रेन दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 21 डिब्बे डिरेल कैसे हुए…? कई लोग ये भी सवाल पूछ रहे हैं कि क्या ट्रेन की स्पीड ज्यादा थी, जो ट्रेन बेपटरी हो गई…? अब ट्रेन हादसे से वक्त ट्रेन में सवार गार्ड और यात्रियों ने ट्रेन की स्पीड के बारे में बताया है।
डिरेल हुई ट्रेन नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन के गार्ड ने कहा, ”हादसे के वक्त दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने नॉर्मल स्पीड से चल रही थी। मैं ट्रेन में बैठकर उस वक्त अपने कुछ कागजी काम को निपटा रहा था। तभी उसी वक्त अचानक एक ब्रेक लगी और धीरे-धीरे झटका लगने लगा। फिर उसके बाद अचानक एक बड़ा झटका लगा। मैं उस वक्त बेहोश हो गया था। उसके पांच मिनट बाद, मुझे होश आया था, किसी ने मेरे आंखों पर पानी से छींटे मारे। फिर मुझे पता चला कि ड्राइवर ने अचानक से ब्रेक मारी थी…? अब मुझे ये नहीं पता कि ड्राइवर ने अचानक से ब्रेक क्यों मारी। वो ही इस बारे में अच्छा बता पाएंगे।”
ट्रेन में यात्रा करने वालों ने ट्रेन के स्पीड के बारे में क्या कहा?
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा कर रहे एक यात्री ने कहा कि, ”हम स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे थे। हमें अचानक एक आवाज सुनाई दी। ट्रेन की स्पीड उस वक्त लगभग 70-80 थी। हमने खड़े होकर देखा कि ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह रात 9.30-10.30 बजे के आसपास हुआ था।” नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा कर रहे श्रीनिवास पांडे ने कहा, “… हादसे के वक्त स्थानीय लोग तुरंत यहां पहुंचे और हमारी बहुत मदद की। हमारे कोच में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन कई लोग घायल हो गए…।”