शांत सौम्य, कर्मवीर कोच – राहुल द्रविड़

प्रयोग टवेंटी-20 में भी हो, भारत, वेस्टइंडीज के मध्य 20-20 सीरीज कल 3 अगस्त से
रायपुर। भारत और वेस्टइंडीज के टवेंटी -20 के 5 मैचों की सीरीज कल 3 अगस्त से शुरू हो रही है। माना जा रहा है कि इसमें भी टीम प्रबंधन प्रयोग करते रहेगा।
गौरतलब हो कि इन दिनों वेस्टइंडीज जैसा प्रदर्शन कर रही है, उससे लगता है कि यह वेस्टइंडीज के बी या सी दर्जे की टीम हो। कई बार विश्वविद्यालय की टीम जैसी, इस बात को महान क्रिकेटर कोच इंडिया, राहुल द्रविड़ अच्छी तरह भांप चुके हैं। इसी वजह से उन्होंने मंगल को संपन्न एक दिवसीय टूर्नामेंट में भी अच्छा प्रयोग किया। जिसका नतीजा तीसरा वनडे मैच का परिणाम जाहिर कर देता है।
धैर्यहीन, आलोचकों की नजर शांत, सौम्य, कर्मवीर राहुल के कार्य पर बारीकी से नहीं पड़ी है। ये वे ही राहुल द्रविड़ हैं, जिन्होंने टीम इंडिया की ए-दर्जे की टीम को 2-3 बरस तक प्रशिक्षित किया था। जिसने एक नहीं बल्कि दो-दो बार अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता था। उन्हीं नए युवा खिलाड़ियों को मौका दे अब वे वनडे वर्ल्ड कप हेतु आजमा रहें हैं।
खैर ! भारत ने इस वेस्टइंडीज दौरे में अब तक 1-0 से टेस्ट सीरीज एवं 2-1 से एक दिवसीय सीरीज जीत ली है। आशा की जा रही है कि टीम टवेंटी -20 श्रृंखला भी अच्छे अंतर से जीतेगी। कमजोर वेस्टइंडीज का फायदा उठाकर यदि भारत इस सीरीज में भी प्रयोग करें तो कोई बुरा नहीं, अच्छा ही होगा प्रयोगों का नतीजा रहा है कि नए खिलाड़ी आत्मविश्वास बटोरने लगे हैं। उनमें झिझक, संकोच, डर, भय जाता रहा है। उन्हें प्रेरित प्रोत्साहित करने से प्रतिभा निखरती है। सच कहें तो कोच राहुल द्रविड़ बधाई के पात्र हैं। वे शांत, सौम्य, स्वभाव के कर्मशील मेहनती सच्चे व्यक्तित्व के धनी हैं।