झारखंड के नये नेता चंपई सोरेन पर पार्टी की नैया पार लगाने की चुनौती..!

चंपई सोरेन

चंपई सोरेन

चंपई सोरन सीएम बनते हैं तो वह राज्य के सातवें मुख्यमंत्री होंगे। उनका जन्म 15 सितंबर 1978 को झारखंड के दुमका में हुआ था। दुमका से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने सिधू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका से बीए में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वह 6 बार विधायक रह हैं।

चंपई सोरेन : झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता छह बार विधायक रह चुके पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में समाज-कल्याण विभाग के मंत्री चंपई सोरेन झारखंड के 7वें मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने हेमंत के त्यागपत्र देने के तुरंत बाद 43 विधायकों के समर्थन वाला पत्र राज्यपाल राधाकृष्णन को पेश करते हुए सरकार बनाने का दावा किया है।

चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के समर्थन का दावा किया है-

झारखंड के चर्चित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनसे जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार रात पूछताछ एवं हिरासत में लेने के बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। बहरहाल, अब झारखंड मुक्ति मोर्चा के समक्ष राज्य में सरकार बचाए रखने एवं सीएम का पद अपने पास रखने की चुनौती है। कुल 81 सदस्यों वाले विधानसभा में बहुमत हेतु 42 विधायकों का समर्थन चाहिए। चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के समर्थन का दावा रखा है। समर्थक विधायक तीन बसों में राजभवन बुधवार शाम पहुंचे थे।

अगर चंपई सोरन सीएम बनते हैं तो वह राज्य के सातवें मुख्यमंत्री होंगे –

बहरहाल, यदि चंपई सोरन सीएम बनते हैं तो वे राज्य के सातवें मुख्यमंत्री होगे। 15 सितंबर 1978 को दुमका झारखंड में उनका जन्म हुआ था। दुमका से स्कूली शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने सिध्दू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका से बीए की स्नातक उपाधि प्राप्त की। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत सन 2009 में हुई। जब उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की टिकट पर दुमका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा एवं विधायक बने वे सन 2014 से 2019 में फिर विधायक चुने गए। सन 2010 में उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, श्रम और आवास मंत्री बनाया गया। तो वही 2014 से 2019 तक विधायक रहे। 5 वीं बार 2019 में चुने गए। तब उन्हें परिवहन, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया।

चंपई सोरेन सुलझे हुए व्यक्तित्व के धनी हैं –

सुलझे हुए व्यक्तित्व के धनी चंपई सोरेन शादीशुदा हैं। उनके दो बच्चे हैं। वर्तमान में प्रमुख राजनेता के तौर पर उनकी गिनती होती है। हेमंत सरकार में वे इन दिनों समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री रहे।वे झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री, एक बार केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे प्रसिद्ध राजनेता शिबू सोरेन के सुपुत्र एवं हेमंत सोरेन के भाई हैं, कहा जाता है कि वह जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है-

फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से वे विधायक दल के नेता के तौर पर चुने गए हैं। और 7 वें मुख्यमंत्री के तौर पर नामित है। बहुत संभव है कि अगर टूट-फूट नही होती तो राज्यपाल उन्हें सीएम पद की एक-दो दिन में शपथ दिलवा दें। अगर वे सीएम बनते हैं तो उनके समक्ष पार्टी को आगे ले जाने की चुनौती होगी। साथ ही इसी वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता बरकरार रखने की चुनौती रहेगी। इस बीच ईडी द्वारा गिरफ्तार करने के बाद हेमंत विपक्षी नेताओं दलों के निशाने पर है। जिसका सामना भी चंपई सोरेन को बतौर भाई, पार्टी नेता के तौर पर करना है। कार्यानुभव होने की वजह से उन्हें खास परेशानी नही होनी चाहिए। वैसे पिता शिबू सोरेन से उन्हें निर्देशन मिलते रहेगा। प्रतिकूल परिस्थितियों में पार्टी की नैय्या पार लगाने की जिम्मेदारी चंपई पर होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे कितने सफल होते हैं। वहीं, हेमंत की भाभी खुद सीएम बनना चाहती हैं। जिन्होंने हेमंत की पत्नी यानी अपनी बहू को सीएम बनने से रोक दिया।

(लेखक डा. विजय)

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