Sakshi Malik retirement : संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बनने के बाद महिला रेसलिंग साक्षी मलिक ने रोते हुए लिया कुश्ती से संन्यास, विगेश भी रो पड़ी

Sakshi Malik retirement :
Sakshi Malik retirement : वे खून के आंसू लिए रो रही हैं। सारी दुनिया उन्हें देख रही है। Sakshi Malik retirement जिन पर उन्होंने अपने सहेलियों, साथियों समेत स्वयं यौन उत्पीड़न के आरोप लगा जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। जिनके समर्थन में देश के कई खेलों के मशहूर खिलाड़ी खड़े हुए थे। तो कुछ राजनीतिक दलों के पदाधिकारी भी। आरोपी अब तक आरोपों से मुक्त तो हुए नहीं परंतु उनके निकटवर्ती लोग भारतीय कुश्ती महासंघ पर फिर काबिज हो गए हैं। रही-सही उम्मीद जाने के बाद उसने कुश्ती छोड़ने का फैसला कर लिया। कथित आरोप का मुददा तब डेढ़- दो माह तक सुर्खियों में रहा था।
दरअसल हम बात कर रहें उन भारतीय विश्व स्तरीय ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवानों की जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष पहलवान बृजभूषण शरण सिंह पर खेल, टूर्नामेंट, कोचिंग के एवं यात्रा मध्य के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला न्यायालय में है। बृजभूषण के खिलाफ महिला पहलवानों ने कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ के गुरुवार को हुए चुनाव में संजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया। बताया जा रहा है कि संजय सिंह, बृजभूषण का निकटवर्ती (करीबी) है। उक्त चुनाव परिणाम पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान रोते हुए कहा कि संजय सिंह का अध्यक्ष बनने का मतलब है कि बृजभूषण का ही दबदबा रहेगा। उसके विरोध में मैने कुश्ती छोड़ने का फैसला किया है। पत्रकार वार्ता में साक्षी के साथ दिग्गज महिला पहलवान विनेश फोगाट भी नजर आई वे भी रोने लगी। इस दौरान प्रसिद्ध पहलवान बजरंग पुनिया भी मौजूद थे।
उधर डब्लू एफ आई भारतीय कुश्ती महासंघ को 12 साल बाद नया अध्यक्ष संजय सिंह मिला है। अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष के अलावा 15 पदों के लिए चुनाव हुए थे। 13 पदों पर संजय सिंह के समर्थन वाले (पैनल) जीते हैं। इधर साक्षी, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया आदि पहलवानों ने बृजभूषण के विरोध में अपना उम्मीदवार एक महिला पहलवान को बनाया था। जिसे संजय सिंह ने हटा दिया। उधर उम्मीद की जा रही है कि डब्लू एफ आई से प्रतिबंध हट जाएगा। यह प्रतिबंध यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने लगाया था।