Chhattisgarh New: छत्तीसगढ़ जैन समाज में शोक की लहर, जैन साध्वी शशिप्रभा श्री का सड़क दुर्घटना में निधन

Chhattisgarh New: खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री मणिप्रभासूरीश्वर की शिष्या साध्वी शशिप्रभा श्री का बुधवार सुबह सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।
Chhattisgarh New रायपुर। खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री मणिप्रभसूरीश्वर की आज्ञानुवर्तिनी परम पूज्या प्रवर्तिनी महोदया श्री सज्जन श्री जी महाराज साहब की सुशिष्या साध्वी शशिप्रभा श्री का बुधवार सुबह सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है।
दुर्घटना बंगाल के पांशकुड़ा ,कोलाघाट के निकट हुई। जो खड़गपुर से 40 किलोमीटर दूर है। दुर्घटना की खबर सुनते ही जैन समाज में शोक की लहर छा गई। 27 जून आज सुबह उनका अंतिम संस्कार खड़गपुर में किया गया। उनकी शिष्या वरिष्ठ साध्वी सम्यगदर्शना श्री जी आदि ठाणा खडग़पुर में विराजमान हैं। दुर्घटना के दौरान उनके साथ कनिष्ठ महाराज एवं व्हीलचेयर चलने वाली गिरिजा बहन को काफी चोटे आई है। जिनका कोलकाता के एक बड़े अस्पताल में इलाज चल रहा है। आईसीयू में भर्ती हैं।
जैन साध्वी शशिप्रभा श्री ने छत्तीसगढ़ में विचरण कर धर्म महंती प्रभावना की। वर्ष 2000 में रायपुर के जैन दादाबाड़ी में उनका भव्य चातुर्मास हुआ था। देश के अंदर दर्जनों स्थानों परउन्होंने धर्म की महती प्रभावना की। जिस पर उन्हें चतुविर्ध संघ सभाओं में ‘प्रवर्तिनी महोदया, बंगदेश उद्धारिका’ आदि उपाधियों से सुशोभित किया गया था। उनका जन्म फलोरी राजस्थान में विक्रम संवत 2001 में भाद्रपद अमावस्या को हुआ। उन्होंने विक्रम संवत 2014 में जैन भागवती दीक्षा ली थी।
जैन समाज ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प0पू0 प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभाश्रीजी म0 सा0 का सड़क दुर्घटना में पांसकुड़ा,कोलाघाट के पास देवलोक होना जिनशासन व गच्छ के लिए बहुत बड़ी क्षति उसकी पूर्ति करना सम्भव ही नही है। 67 वर्ष के संयम जीवन में आपने सदा गच्छ के लिए अपने आत्मा कल्याण के लिए निरंतर जप तप में लीन रहते थे आज खरतरगच्छ के लिए बहुत ही दुखद घटना है परमात्मा व दादा गुरुदेव से प्रार्थना करते है आपकी आत्मा मोक्षगामी बने।