CHHATTISGARH ASSEMBLY में डीएपी खाद पर हंगामा, वेल में पहुंचे विपक्षी विधायक

CHHATTISGARH ASSEMBLY डीएपी की मांग और सप्लाई को लेकर सदन में विधायक के प्रश्न पर काफी हंगामा हुआ.
CHHATTISGARH ASSEMBLY रायपुर: छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन में डीएपी खाद की आपूर्ति को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. मंत्री के जवाब से अंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने भाजपा को किसान विरोधी सरकार बताया और सदन में जमकर नारेबाजी की. हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी.
जानिए आज सदन में क्या हुआ:
उमेश पटेल ने डीएपी आपूर्ति को लेकर प्रश्न किया: विधायक उमेश पटेल ने प्रश्न किया कि डीएपी खाद भंडारण को लेकर जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था,3 लाख 10 टन का, जबकि 1 लाख 48 हजार टन का ही भंडारण हुआ. आधे से कम भंडारण पर इसकी आपूर्ति का क्या प्लान है.
विधायक के सवाल पर कृषि मंत्री का जवाब: मंत्री रामविचार नेताम ने जवाब दिया-“आपूर्ति करने के लिए विभागीय स्तर से और मुख्यमंत्री स्तर से लगातार संबंधित विभाग से सतत संपर्क में है. जो आपूर्तिकर्ता कंपनियों से भी विभागीय अधिकारी संपर्क में है. डीएपी को लेकर जो परिस्थतियां प्रदेश में बनी है, इस बारे में पहले भी कह चुका हूं और आज भी ये कह रहा हूं जहां जहां डीएपी की कमी है वहां दूसरे खाद को प्रमोट कर रहे हैं. इसके अलावा डीएपी नैनो भी आ गया है, उसका उपयोग करने के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. जैसे जैसे लोगों तक यह पहुंच रहा है इससे कई समस्या दूर हो रही है. उर्वरक की आपूर्ति का जो प्लान है, रैक प्वाइंट में पहुंचने वाला है.”
विधायक ने कहा “जून तक की सप्लाई आधी हुई है. अभी और कितना डीएपी आने वाला है. इसकी मात्रा बता दीजिए.”
मंत्री ने जवाब दिया “20 जुलाई तक 18 हजार 885 मीटिक टन आपूर्ति होने वाली है. जो विभिन्न जगहों में भेजा जाएगा. आने वाले 5 दिनों में 14 रैक एनपीके, डीएपी मिलेगा. विधायक ने फिर पूछा डीएपी कितना मिलेगा. इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि डीएपी की जानकारी अलग से दे दी जाएगी. 17 जुलाई तक 718 मीट्रिक टन डीएपी खरसिया पहुंच जाएगा. ” मंत्री ने कहा डीएपी की कमी ना सिर्फ प्रदेश में बल्कि पूरे देश में है. उसकी को देखते हुए नैनो डीएपी का प्रचार प्रसार किया जा रहा है.
विधायक ने कहा भंडारण आधा होने पर कितना परसेंट सोसायटी को दिया गया और कितना परसेंट व्यापारियों को दिया गया.
इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि 60 परसेंट सहकारी क्षेत्र को और 40 परसेंट निजी क्षेत्र को दिया. कमेटी की बैठक में तय किया कि निजी क्षेत्र को छोड़कर अब सिर्फ सहकारी क्षेत्रों को ही दे रहे हैं. सिर्फ डीएपी की कमी है इसके अलावा किसी खाद को कोई कमी नहीं है.
मंत्री की इस बात पर विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने विधायकों को शांत कराने की कोशिश की. रमन सिंह ने कहा मंत्री जी से आग्रह है कि डीएपी शत प्रतिशत किसानों को देने की व्यवस्था कर देंगे तो आगे किसी भी तरह की परेशानी किसानों को नहीं होगी. इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि आने वाले समय में पूरा डीएपी किसानों को ही दी जाएगी. आने वाले एक सप्ताह के अंदर कमियों को दूर कर लिया जाएगा.
सदन में विपक्षी विधायकों का हंगामा: विधायक ने फिर सवाल पूछा कि मंत्री जी को क्या ये शिकायत मिली कि व्यापारी 1800, 1900 और 2100 में बेच रहे हैं. यदि ऐसे शिकायत मिली है तो कहां कहां इस पर कार्रवाई की गई. इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. विपक्षी विधायकों ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताया और किसानों को लूटना बंद करो के नारे लगाना शुरू कर दिया.
सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित: भूपेश बघेल ने कहा कि नकली यूरिया ना सिर्फ राजनांदगांव में पकड़ा गया बल्कि उस पर कार्रवाई भी की गई. बघेल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में हमेशा हर साल नकली यूरिया पकड़ा जाता था. जिसके बाद सदन में पक्ष विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद रमन सिंह ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी.
विपक्षी विधायकों ने मांगा कृषि मंत्री का इस्तीफा: 5 मिनट के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई. लेकिन कांग्रेस विधायकों का हंगामा जारी रहा. नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस विधायकों ने कृषि मंत्री का इस्तीफा मांगा और नारेबाजी करने लगे. जिसके विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया.