Raipur Assembly Election 2023 : रायपुर पश्चिम विधानसभा – मूणत पिछली गलती सुधार फिर जुटे, उपाध्याय रूठों को मनायेंगे ..!

Raipur Assembly Election 2023 :
Raipur Assembly Election 2023 : राजेश मूणत पिछली बार मिली अप्रत्याशित हार की वजहों को तलाश करने में जुटे
Raipur Assembly Election 2023 : पश्चिम विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री राजेश मूणत खूब पसीना बहा रहे हैं। Raipur Assembly Election 2023 पिछली बार मिली अप्रत्याशित हार की वजहों को तलाश वे उन्हें सुधारते हुए अपने समर्थकों, कार्यकर्ताओं के साथ दिन-रात एक कर रहे हैं। अब कांग्रेस ने भी यहां से उन्हें मात देने वाले अपने विधायक विकास उपाध्याय को पुनः टिकट दे दिया है।
पश्चिम विधानसभा के राजनैतिक समीकरण तकरीबन पुराने जैसे ही हैं। पर अंदर के सूत्र बता रहे हैं कि भाजपा प्रत्याशी राजेश मूणत को उन कांग्रेसी दावेदारों से कदाचित लाभ मिल सकता है जो दूसरी-तीसरी बार यहां से टिकट से वंचित हो गए हैं। दरअसल जिन्होंने कांग्रेस में अपना 20-25 वर्ष लगा दिया वे स्वाभाविक थे- टिकट प्रत्याशा के लिए वर्तमान विधायक इससे अवगत थे। लिहाजा उन्होंने टिकट बचाने यथासंभव काम किया। अपने समर्थक, कार्यकर्ता बढ़ाए। योजनाओं का लाभ लोगों को दिलवाया। इन सबके बीच वे विरोधी पार्टी के ऊपर पिछले 5 वर्ष तक आए- दिन आरोप लगा लाइम-लाइट में बने रहे। विकास आरोप लगाने या प्रतिक्रिया देने के मामले में कई बार अपने सीनियरों से आगे रहे। दरअसल उपाध्याय जानते थे कि उनके साथ दो-तीन दावेदार मजबूती से आगे आए थे। पर वे दावेदार पिछली बार 2018 में टिकट न मिलने पर निराशा बैठ गए। इसका लाभ उपाध्याय उठाते रहे। इस बार पुनः वही दावेदार आगे आए। परंतु पार्टी ने उपाध्याय पर ही भरोसा जता दिया।
उधर भाजपा प्रत्याशी राजेश मूणत पिछले 5 वर्षों से उन खामियों को भरने का प्रयास जिन वजहों से वे हारे थे। मूणत भी 5 वर्ष सक्रिय रहे और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते रहे। लाइम लाइट में बने रहे। इस बीच उन्हें उपाध्याय के विपरीत चूके कांग्रेसी दावेदारों से उम्मीद है। अगर मूणत ऐसे दावेदारों के समर्थक, कार्यकर्ताओं को अंदर से अपने खेमे में मिला लेते हैं तो उन्हें बड़ा फायदा मिल सकता है। उनकी दुखती रागों को थाम, ढांढस बांधने का अवसर मूणत व समर्थक ढूंढ रहे हैं। उपाध्याय फिलहाल तय नहीं कर पा रहे हैं कि चूके प्रतिदंद्दी दावेदारों को कैसे मनाते। वे चिंतित है कि अगर चूके दावेदार विरोधी खेमे (पार्टी) मूणत को अप्रत्यक्ष समर्थन, सहयोग करते हैं तो उन्हें (उपाध्याय) नुकसान होगा। फिलहाल टिकट अभी मिली है बताया जा रहा है कि वे जल्द चूके दावेदारों से प्रत्यक्ष भेंट कर उनसे समझौता करने का प्रयास करेंगे।
(लेखक डॉ. विजय)