Raipur Traffic Jam : ये हैं राजधानी की व्यस्त सड़कें, कई किलोमीटरों तक लगा रहता है लंबा जाम

Raipur Traffic Jam : ये हैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की सड़कें। राजधानी अब धीरे-धीरे शहर से महानगर में तब्दील होता हुआ नजर आ रहा है। लेकिन राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था की बात करें तो शहर के जगहों पर ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है।
Raipur Traffic Jam : रायपुर : अगर आप राजधानी रायपुर कभी गए हों तो यहां की व्यस्त सड़कों से आपका सामना तो जरूर हुआ होगा। यहां की सड़कों को देखकर आपको ये ज़रूर पता लग जायेगा कि अगर आपको अपने निकटतम मंजिल पर भी पहुंचना है तो आपको अपने तय समय से काफी देर पहले निकलना होगा। रायपुर की सड़कों पर बनी कई सारी दुकानों ने धीरे धीरे ट्रैफिक जाम का रूप ले लिया है। जिसका सामना आम आदमी को करना पड़ता है।
वहीं अगर देखा जाये तो कई जगहों पर छोटो-छोटी गलियां और उन गलियों में भी कई सारी दुकानें और गाड़ियों के बढ़ती संख्या। इसे लेकर कई लोगों का मांनना ये भी है कि प्रशासन को इसके लिए कुछ न कुछ एक्शन जरूर लेना चाहिए। जैसा कि बताया गया है कि शहर की तंग सड़कों, बे-तरतीब ट्रैफिक, सड़कों पर लगी दुकानों और बढ़ती गाड़ियों की संख्या ने राहगिरों की परेशानी बढ़ा दी है। ऑफिस के पीक टाइम पर जब लोग सड़कों पर निकलते हैं तो एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में ही टाइम निकल जाता है। एक जगह से दुसरे जगह जाने में ही ट्रैफिक का सामना करना किसी जंग से कम नहीं होता है। शहर में व्यवसाय का विस्तार हो रहा है। सड़कें जस की तस हैं. नेता हो या अधिकारी या आम नागरिक, सभी मानते हैं कि राजधानी में ट्रैफिक एक बहुत बड़ी समस्या है।
आपको बता दें कि सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2001 में रायपुर में 31 हजार गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन था। साल 2011 में 5 लाख गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए। 2011 से 2024 तक 17 साख गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए। वर्तमान में रायपुर जिले की जनसंख्या लगभग 55 लाख है। साल 2001 में जिले की जनसंख्या 30 लाख 31 हजार थी। 2011 में यह जनसंख्या बढ़कर 40 लाख 63 हजार हो गई। इसी से पता चलता है कि हर साल इस तरह संख्या में वृद्धि से ट्रैफिक जाम होना तो लाज़मी है। और इससे ये भी प्रतीत होता है कि इसका कोई न कोई हल निकालना जरूरी हो गया है।
इस मामले पर कुछ महीने पहले महापौर द्वारा कहा गया था कि राजधानी रायपुर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। बढ़ते यातायात के दबाव के चलते कई अस्पतालों तक जाने में आधा घंटा लग जाता है। ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने निगम अलग से प्लान तैयार करेगा। इस प्लान को जल्द लागू किया जाएगा। इससे ट्रैफिक से निजात मिलेगी, मोनोरेल जैसी व्यवस्थाओं पर जोर दिया गया है। वहीं रायपुर कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कहा था कि ट्रैफिक समस्या, यातायात दबाव को लेकर के जिले के व्यापारियों की बैठक ली गई। उन्हें निर्देश भी जारी किए गए हैं। आने वाले समय में व्यवस्था दुरुस्त हो इस दिशा में कार्य किया जाएगा।
हालांकि अभी तक ट्रैफिक से निजात पाने की कोशिश नज़र तो नहीं आई है, लेकिन उम्मीद करते हैं कि जल्द ही इस मामले पर कोई एक्शन लिया जायेगा।