एजेंसी नहीं ढूंढ़ पा रही है, रायपुर स्मार्ट सिटी-साइंस कालेज चौपाटी मामला …!

रायपुर। राजधानी के अंदर जी ई रोड पर साइंस कालेज ग्राउंड से लगकर करोड़ों रुपए से की लागत वाले नवनिर्मित चौपाटी को संचालित करने, निर्धारित मापदंड के लिए कोई एजेंसी नहीं मिल रही है। जबकि तीसरी बार टेण्डर जारी होने वाला है।
गौरतलब है कि निर्माणाधीन काल में ही यह चौपाटी भारी चर्चा में रही थी। जिसका रविवि ,साइंस कालेज के पूर्व विद्यार्थियों, खेल अधिकारियों समेत एक पूर्व मंत्री ने विरोध करते हुए अनशन भी किया था। मामला हाईकोर्ट तक गया था। जहां आखिरकार विरोध करने वालों की याचिका खारिज कर दी गई थी।
बहरहाल करीब 2 माह में दो बार-बार टेण्डर स्मार्ट सिटी रायपुर ने चौपाटी के लिए निकाला। पर उसे सही एजेंसी नहीं मिली जिसे रेलवे स्टेशन सदृश्य नियमों का पालन करते हुए 3 वर्ष का स्टेशन में केंटीन चलाने का अनुभव अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा एजेंसी को रख-रखाव, बिजली, पानी, साफ-सफाई आदि चीजों का खर्च उठाना पड़ेगा। इसके अलावा एजेंसी नगर निगम, स्मार्ट सिटी को एक तय फीस बतौर किराया देगी। जल्द ही अब तीसरी बार टेण्डर जारी होगा। चौपाटी में कुल जमा 60 स्टाल (छत्तरी वाले) बनाए गए हैं। जिन्हें एजेंसी ठेका लेने के बाद किराए पर दे सकेगी। फिलहाल तो यहां कि कोई ठेका लेने में खास रुचि नहीं दिखा रहा।
(लेखक डॉ. विजय)