नगरीय प्रशासन विभाग जल्द ही निगमों में चल रहे परियोजना कार्यों के जल्द करेगा समीक्षा, आयुक्तों को आदेश

Raipur News: प्रदेश में 14 नगर निगमों में ऐसे परियोजनाएं चल रहे हैं, जो चार-पांच साल से निर्माणाधीन हैं। नगरीय प्रशासन विभाग उनकी समीक्षा करेगा।
Raipur News रायपुर। प्रदेश के अंदर 14 नगर पालिका निगमों में चल रही ऐसी परियोजनाएं जो चार-पांच वर्षों से निर्माणाधीन की स्थिति में है। उनकी नगरीय प्रशासन विभाग समीक्षा करेगा। चर्चा है कि जल्द संबंधित परियोजना अधिकारियों,अभियंताओं और ठेकेदारों से जवाब-तलब हो।
दरअसल, मानसून द्वार पर खड़ा हुआ है। बारिश शुरू होते ही निर्माण कार्यों पर रोक लग जाएगी। ऐसी स्थिति में विभाग सभी नगर निगमों में चल रहे ऐसे परियोजना कार्यो जो अंतिम पायदान पर है उन्हें मानसून शुरू होने के पहले हर हाल में पूरा करने को कहेगा। समय पर कार्य पूरा नही होने पर ठेकेदारों पर पेनाल्टी लगाई जाएगी।
उधर बिलासपुर, नवा रायपुर, रायपुर में स्मार्ट सिटी कंपनी के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। एक-एक परियोजना की लागत और वर्तमान स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही भाजपा द्वारा लगाए गए गड़बड़ी के आरोपों की भी जांच होगी। गौरतलब, हो कि कांग्रेस शासनकाल में भाजपा ने इस स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों पर 150 से अधिक कार्यों में गड़बड़ी के आरोप लगाया थे। जिसकी शिकायत केंद्रीय मंत्रियों से की गई थी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि जो परियोजनाएं कांग्रेस कार्यकाल में शुरू किए गए थे- लेकिन पूरे नही हुए हैं उसे लेकर अधिकारियों से जवाब-तलब किया जाएगा।
नगर पालिका निगम राजधानी रायपुर अंतर्गत निम्नांकित परियोजनाएं अधूरी हैं – शास्त्री बाजार के पास चार मंजिला व्यवसायिक परिसर, बूढ़ा तालाब का सौंदर्यीकरण, स्काई वॉक का काम कांग्रेस कार्यकाल से रुका पड़ा है। बूढ़ा तालाब के पास एसटीपी काम शुरू नहीं हुआ है, तो गंज मंडी की जमीन पर तीन कॉरपोरेट बिल्डिंग का काम अभी शुरू ही नही हुआ है। तात्यापारा-शारदा चौक सड़क चौड़ीकरण रुका पड़ा है। नवीन मार्केट के नए व्यापारिक परिसर एवं पुराना नगर निगम की खाली जमीन (जयस्तंभ चौक ) पर नया भवन का निर्माण कार्य आदि रुका है।