रायपुर नगर निगम परिसीमन बाद कांग्रेस-भाजपा में दिग्गज पार्षदों की राजनीति लगी दांव पर

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Raipur News: वार्ड सीमाओं के परिसीमन के बाद वार्डों का जो नया स्वरूप सामने आया है, उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा के कई वरिष्ठ पार्षदों की राजनीति भी दांव पर लगेगी।

Raipur News रायपुर। आखिरकार शासन ने नगर निगम चुनाव के चंद माह पूर्व वार्ड परिसीमन गुरुवार को कर दिया गया। ततसंबंध में विस्तृत जानकारी प्रकाशित कर दी गई है। मतदाता संख्या, जनसंख्या के अनुपात को बराबर रखने वार्ड की सीमाओं के परिसीमन बाद वार्डों का जो नया स्वरूप सामने आया है उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि कांग्रेस के साथ भाजपा के भी कई दिग्गज पार्षदों की राजनीति दांव पर लगेगी।

सर्वाधिक नुकसान जोन 03अध्यक्ष और महात्मा गांधी वार्ड के पार्षद प्रमोद साहू का होता दिख रहा है। जिनका मुख्य चुनाव क्षेत्र काली माता वार्ड से भाजपा ने संजय श्रीवास्तव को टिकट दिया था। तब साहू को मजबूरन गांधी वार्ड से चुनाव लड़ना पड़ा था। श्रीवास्तव चुनाव हार गए थे जबकि साहू ने नए इलाके में भी जित हासिल कर भाजपा का मान बढ़ा दिया। अब नए परिसीमन से गांधी वार्ड को दो भागों में बांटकर काली माता वार्ड से जोड़ दिया गया है। इधर नेताजी सुभाष चंद्र बोस वार्ड से भी अनुपम नगर का हिस्सा इसी वार्ड में आ गया है। इसके चलते काली माता में बूथ संख्या बढ़कर 20 तक पहुंच गई है जिससे भाजपा में तीन बार निगम चुनाव जीतने वाले साहू की चिंता बढ़ गई है। साहू गांधी वार्ड को कचना की ओर शिफ्ट कर दिया गया है।

उधर शहीद पंकज विक्रम वार्ड का 30% हिस्सा ही बचा है। जहां से भाजपा के दिग्गज नेता सुभाष तिवारी को चुनौती देकर निशा देवेंद्र यादव पार्षद निर्वाचित हुई। तीसरी बार के चुनाव से पहले ही इस वार्ड के 70% हिस्से को एक नहीं बल्कि तीन वार्डों में बांट दिया गया है। जहां से श्रीमती यादव की राजनीति शुरू हुई उस धरमनगर, छत्तीसगढ़नगर और सुभाष नगर का हिस्सा शाहिद राजीव पांडे वार्ड में चला गया है। शहीद पंकज विक्रम वार्ड की सीमाएं टिकरापारा की ओर कर दी गई है। कांग्रेस पार्षद आकाशदीप के वार्ड का भी कुछ हिस्सा पंकज विक्रम वार्ड में जोड़ दिया गया है। यही स्थिति कांग्रेस पार्षद आकाश तिवारी के रवि शंकर शुक्ल वार्ड का भी है।

महापौर एजाज ढेबर की भी कुछ ऐसी स्थिति है उनके मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड की सीमाएं बढ़ाकर विवेकानंद नगर, टैगोर नगर, शैलेंद्र नगर तक कर दी गई है। पाश कॉलोनी का क्षेत्र और विधानसभा, लोकसभा चुनाव में भाजपा का गढ़ रहा है। अब तक दो बार चुनाव जीत चुके ढेबर को हैट्रिक यानी 2024 के चुनाव हेतु तगड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। उधर सुंदर नगर वार्ड से भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे के वार्ड के अश्वनी नगर हिस्से को निर्दलीय से कांग्रेस में शामिल जितेंद्र अग्रवाल के वार्ड से जोड़ दिया गया है। उधर शंकर नगर, गुरु गोविंद वार्ड को छोटा कर दिया गया है।

बताया जा रहा है कि वार्ड परिसीमन में की गई मनमानी को लेकर कांग्रेस पार्षद आज 26 जुलाई शुक्रवार को बैठक कर रहें हैं। वे विधि विशेषज्ञों को भी बुला रहे हैं ताकि कानूनी प्रक्रिया शुरू कर सके। पंकज विक्रम वार्ड के तीन बस्तियों मुस्लिम बहुल शहीद राजीव पांडे वार्ड में जोड़कर लगातार तीन बार के कांग्रेसी पार्षद समीर अख्तर के वोट बैंक में सेंध मारी कर दी गई है। 2500 हिन्दू वोटर्स जुड़ गए हैं। सभापति प्रमोद दुबे के भगवती चरण शुक्ल वार्ड में तीन नए बूथ बढ़ गए हैं। सिविल लाइन, मदर टेरेसा वार्ड के हिस्से को समाहित कर किया गया है। यही स्थिति पार्षद नागभूषण राव के बंजारी माता वार्ड की है।

(लेखक डा. विजय)

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