Sarona Trenching Ground : Sarona Trenching Ground में लगे कचरे के ढेर हटाकर बनाए जाएंगे खेल मैदान और गार्डन
Sarona Trenching Ground : कूड़े के इस पहाड़ को हटाने के लिए रायगढ़ की एक एजेंसी को 15 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया है, जिसने 7 एकड़ से कूड़ा हटाया है। जहां निगम अब गार्डन और खेल का मैदान बनाने के साथ ही 100 सिटी बसों का डिपो भी बनाएगा।
Sarona Trenching Ground रायपुर। NGT की फटकार एवं 2 करोड़ से अधिक खर्च बाद भी सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड कई साल साफ नही हो पाने के बाद आखिरकार रायगढ़ की एक एजेंसी को कचरे के इस पहाड़ को हटाने 15 करोड़ में ठेका दिया गया है। जिसने 7 एकड़ से कचरा हटा लिया है।
गौरतलब हो कि राजधानी से लगे सरोना में आउटर होने के कारण शहर का कचरा वर्षों से डंप (डाला) किया जा रहा था। जिसे हेतु 40 एकड़ क्षेत्र निर्धारित है। बताया जाता है कि दिनों दिन कचरे की मात्रा बढ़ने से यहां कचरे का पहाड़ निर्मित हो गया। सरोना में ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरा साइकिलिंग करने का काम हुआ जिससे 40 एकड़ में 7 एकड़ परिक्षेत्र इससे खाली हुआ है। जहां निगम अब उद्यान एवं खेल मैदान बनाने के साथ 100 सिटी बसों हेतु डिपो बनाएगा
रायपुर निगम ने रायगढ़ की एजेंसी को 15 करोड़ रुपए में ठेका दिया है
रायगढ़ की जिस एजेंसी को 15 करोड़ में कचरा निष्पादन का ठेका दिया गया है उसे 1 वर्ष का समय मिला है। यह ट्रेंचिंग ग्राउंड तब चर्चा में आई थी जब NGT ने कड़ी फटकार नगर निगम को लगाई थी। सरोना वासियों समेत आसपास के कालोनी के लोगों ने कचरे के बढ़ते ढेर से बीमारी फैलने की आशंका व्यक्त की थी। NGT से शिकायत की गई थी।
निगम आयुक्त ने काम में तेजी लाने का निर्देश दिया
2 दिन पूर्व निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा, स्वच्छ भारत मिशन अभियान के नोडल अधिकारी रघुमणि प्रधान, योग कुडू, स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रह आदि सरोना पहुंचे थे। जिन्होंने कचरा निष्पादन में लगी ठेका एजेंसी के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने सफाई कार्य में लगी मशीनों की क्षमता पर नाराजगी जताते हुए अधिक क्षमता वाली मशीनें लगाकर तेजी से कार्य करने निर्देशित किया। गौरतलब हो कि बारिश के वक्त कचरा गीला हो जाने से निष्पादन कार्य में समस्या आने के साथ गंदगी पैदा होने लगती है जिससे बीमारी फैलना आम बात है। डेढ़-दो माह बाद मानसून आ जाएगा। तब परेशानी बढ़ जाएगी। इसलिए कार्य तेजी से करने को कहा गया है।

