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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 : रायपुर की जिले की सभी 7 सीटें भाजपा के हवाले

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 :

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 :

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 : भाजपा की हुई रायपुर विधानसभा क्षेत्र, एन्टी इनकन्वेसी (सत्ता विरोधी लहर) का लाभ मिला

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 : रायपुर जिले में समस्त 7 सीटों पर भाजपा की जीत हुई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल, उत्तर- पुरंदर मिश्रा, पश्चिम- राजेश मूणत, ग्रामीण- मोतीलाल साहू, धरसींवा अनुज शर्मा, आरंग- गुरु खुशवंत साहेब, अभनपुर से इंद्र कुमार साहू चुने गए हैं।

लोगों के दिलों में बसते हैं- बृजमोहन अग्रवाल

भाजपा के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल लगातार 8 वीं बार दक्षिण रायपुर से विधायक चुने गए हैं। (यह शीट शुरुआत में रायपुर शहर में थी) उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को रिकॉर्ड 67850 मतों से पराजित किया। उन्हें सभी 20 वार्डों में बढ़त मिली। जबकि इसमें से 12 वार्ड में कांग्रेस पार्षद हैं। तो 8 में भाजपा गौरतलब हो कि निगम सभापति प्रमोद दुबे, महापौर एजाज के वार्ड भी दक्षिण विधानसभा आते हैं। प्रमोद एवं एजाज का नाम इस क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हेतु उठा था। यहां चर्चा है कि गुरु को शिष्य ने मात दे दी। दरअसल बृजमोहन, महंत रामसुंदर का बहुत सम्मान करते हैं। उन्हें गुरु मानते हैं। उसने 17 नवंबर मतदान दिवस पर आमने-सामने होने उन्होंने बाकायदा चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया था। बृजमोहन आमतौर पर मतदाताओं के करीब नजर आते हैं। वे किसी भी कार्यक्रम में आयोजन मतदाता घर परिवार में सुख-दुख में शामिल होते हैं। वे मतदाताओं के मध्य बहुत लोकप्रिय हैं आदि। यहां बता देना लाजिमी होगा कि महंत जैजेपुर एवं पामगढ़ से विधायक रह चुके हैं। जहां से हटाकर उन्हें यहां टिकट बिना मांगे दी गई थी। उधर जैजेपुर एवं पामगढ़ से इस बार कांग्रेस जीत गई हैं। बृजमोहन ने कहा था- वे खुद नहीं लड़ते जनता लड़ती हैचुनाव। वे तो जनता के दिलों में बसते हैं।

पूर्व के विकास कार्यों का आशीर्वाद-राजेश मूणत

पश्चिम रायपुर से राजेश मूणत ने विकास उपाध्याय को 41229 मतों से मात दी। उन्हें सभी 19 वार्डों में बढ़त मिली। जिसमें 10 वार्ड में कांग्रेस बैठी है। उन्हें पोस्टल वोट गिनती के साथ ही बढ़त मिलने लगा था। जो पूरे 19 राउंड तक बरकरार रही उन्होंने कहा है कि क्षेत्र में 15 वर्षों के पूर्व कार्यकाल में जो विकास कार्य किया था। उसी का आशीर्वाद मिला है। कहा जा रहा है कि उनके पूर्व कार्यकाल में सड़कें, नालियां, ओवरब्रिज आदि बने गए। भाजपा का कांग्रेस को अंडर करेंट एवं विधायक सरकार के प्रति एंटी इनकन्वेसी भी मूणत की जीत में सहायक रही।

गददी खाली करो पुत्तर -पुरंदर है नया सिकंदर-पुरंदर मिश्रा

उत्तर रायपुर से भाजपा पुरंदर मिश्रा ने कांग्रेस के विधायक कुलदीप जुनेजा को 23014 मतों से शिकायत दी है। पुरंदर पहली बार विधायक बने हैं। उन्हें 9 कांग्रेस पार्षद के वार्डो समेत भाजपा के 7 पार्षदों के वार्डों में बढ़त मिली है। उनकी जीत पर कहा जा रहा है कि उत्तर के पुत्तर को पुरंदर ने मात दे दी है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में उनके अत्यंत खास समर्थक ने नारा दिया था- गददी खाली करो उत्तर के पुत्तर, पुरंदर आ रहा नया सिकंदर। पुरंदर उत्तर का नया सिकंदर। यहां दूसरा कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी अजीत कुकरेजा के 22939 वोट मिले। उनके वोटो को कुलदीप के वोट के साथ जोड़ भी दें। तो भी पुरंदर जीत जाते।

एन्टी इनकन्वेसी (सत्ता विरोधी लहर) का लाभ मिला-मोतीलाल साहू

रायपुर ग्रामीण से भाजपा के मोतीलाल साहू पहली बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के यहां से 7 बार विधायक रहे दिग्गज नेता सत्यनारायण शर्मा के सुपुत्र पंकज शर्मा को 35750 वोट से मात दी। मोतीलाल साहू ने पाटन से पिछले चुनाव सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ लड़ा था पर हार गए थे। मोतीलाल की साहू समाज एवं ओबीसी में अच्छी पकड़ है। उनकी विजय के कारणों में उनकी साफ-सुथरी छवि, भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं का एकजुट होना अधूरे विकास क्षेत्र में कमजोर कानून-व्यवस्था आदि रहा।

लोकप्रियता का फायदा मिला- इंद्र कुमार साहू 

अभनपुर क्षेत्र से भाजपा के नए उम्मीदवार इंद्र कुमार साहू पहली बार विधायक बने। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता धनेंद्र साहू को 15553 मतों से मात दी। जो यहां से पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। इंद्र की खुद की अच्छी-छवि, सरकार एवं प्रत्याशी के प्रति एंटी इन्कन्वेसी, क्षेत्र में अधूरे विकास कार्य आदि उनके जीत के कारण बने है। दूसरी ओर एक बड़ा वर्ग मान रहा है कि इंद्र को उनकी लोकप्रियता का लाभ मिला है।

छत्तीसगढ़ी फिल्मी हीरो होने का लाभ-अनुज शर्मा

धरसींवा क्षेत्र से भी पहली बार चुनाव लड़े अनुज शर्मा पहली ही बार विधायक बने हैं। उन्हें अपनी फिल्मी छत्तीसगढ़ी फिल्मों, क्षेत्र में विकास कार्य अधूरे, कांग्रेस सरकार के प्रति सत्ता विरोधी रुख का लाभ मिला है। उन्होंने राज्यसभा सांसद रही छाया वर्मा को 44383 मतों से हराया।

साफ सुथरी छवि का फायदा मिला-गुरु खुशवंत साहेब

हाई प्रोफाइल सीट आरंग क्षेत्र से भाजपा के नए प्रत्याशी गुरु खुशवंत साहेब ने कांग्रेस के मंत्री रहे दिग्गज नेता डा. शिव डहरिया को 16538 मतों से मात दी है। यहां पर भी विकास कार्य कमजोर होने, एंटी इन्कन्वेसी, खुशवंत साहेब की साफ-सुथरी छवि उनके जीतने की वजह बनी।

(लेखक डा.विजय)

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