Punjab Farmers Protest : पंजाब में रेल रोको आंदोलन जारी, आज भी कई ट्रेनें प्रभावित

Punjab Farmers Protest : रेल रोको आंदोलन का तीसरा दिन, पंजाब के ये रेलवे रूट पूरी तरह बंद; कई ट्रेनें प्रभावित
Punjab Farmers Protest : पंजाब में किसानों का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी है। Punjab Farmers Protest आज (30 सितंबर) भी किसान अपनी मांगों को लेकर रेल पटरियों पर बैठे हुए हैं। किसानों ने 28 सितंबर को अपनी मांगों को लेकर रेल रोको आंदोलन शुरू किया था, जिसका आज अंतिम दिन है। हालांकि, किसान आज आगे की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे। इसके बाद तक यह साफ नहीं होगा कि किसान रेल ट्रैक से हटेंगे या वहीं जमे रहेंगे।
आज हरियाणा में प्रदर्शन शुरू करेंगे किसान
दूसरी ओर हरियाणा में भी किसान आज विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। राज्य के विभिन्न किसान संगठन अंबाला समेत 20 जगहों पर ट्रेनें रोकने के लिए प्रदर्शन करेंगे। किसानों के प्रदर्शन के चलते रेल यात्रा करने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेल रोको आंदोलन के चलते बीते दो दिनों से कई ट्रेने प्रभावित हुई हैं। रेलवे ने आज भी कुछ ट्रेनें रद्द कर दी हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि रद्द की गई ट्रेनों के कारण यात्रियों को कोई परेशानी न हो, रेलवे ने उनकी एक सूची जारी की है।
आज 203 से ज्यादा ट्रेनें होंगी प्रभावित
रेल रोको आंदोलन के कारण पठानकोट से अमृतसर, अंबाला से अमृतसर, पंजाब से चंडीगढ़, लुधियाना से मोगा, जालंधर, फिरोजपुर और फाजिल्का सहित कई मार्ग, बैक-अप रेलमार्ग के परिणामस्वरूप पूरी तरह से ठप हो गए हैं। इससे 203 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। आज अमृतसर में महिलाएं भी किसानों के समर्थन में रेल पटरियों पर पहुंचेगी और प्रदर्शन में हिस्सा लेंगी। क्योंकि, किसान आज अंबल ट्रैक पर प्रदर्शन शुरू करने जा रहे हैं, ऐसे में प्रभावित होने वाली ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। रेलवे ने फिलहाल करीब 136 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इसके अलावा,25 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया और 16 ट्रेनों के रूट भी बदले गए।
क्या है किसानों की मांगें?
बता दें कि पिछले साल हुए किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे कई किसानों पर मुकदमें दर्ज हुए थे। इनमें से कई किसानों के मामले अभी तक रद्द नहीं हुए हैं। किसानों की मांग है कि इन मुकदमों को जल्द से जल्द खत्म किया जाए। इसके अलावा, किसान लखीमपुर खीरी घटना को लेकर भी मुखर हैं। किसानों का दावा है कि इस मामले में अभी तक न्याय नहीं मिला है। इसी तरह किसान राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पैकेज और एमएसपी गारंटी सहित कई अन्य मांगों पर अड़े हुए हैं।