Parliament Session: ‘Palestine लिखे बैग को लेकर संसद पहुंचीं प्रियंका गांधी
Priyanka Gandhi Palestine Bag: प्रियंका गांधी सोमवार को ‘फिलिस्तीन आजाद होगा’ लिखा बैग लेकर संसद भवन पहुंची। इस पर बीजेपी ने तंस कसते हुए कहा गांधी परिवार “तुष्टीकरण का बैग” हमेशा साथ लेकर चलता है। जानें पूरा मामला।
Priyanka Gandhi Palestine Bag: कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी सोमवार(16 दिसंबर) को संसद सत्र के दौरान एक खास बैग के साथ पहुंचीं। बैग पर लिखा था “फिलिस्तीन आजाद होगा।” इस पर शांति का प्रतीक सफेद कबूतर और तरबूज का चित्र बना था। यह बैग फिलिस्तीन के प्रति एकजुटता दिखाने का प्रतीक माना गया। प्रियंका के इस कदम ने न सिर्फ संसद में बल्कि सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने इस तस्वीर को साझा करते हुए कहा कि यह फिलिस्तीन के संघर्ष के समर्थन का प्रतीक है।
प्रियंका के बैग पर भड़की राजनीति
प्रियंका के इस कदम पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने तंज कसा। संबित पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार “तुष्टीकरण का बैग” हमेशा साथ लेकर चलता है। पात्रा ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस की हार की वजह भी यही है। हालांकि, प्रियंका ने इस आलोचना को नजरअंदाज करते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत आजादी और सशक्तिकरण का प्रतीक है।
पहले भी दिखा है प्रियंका का फिलिस्तीन प्रेम
यह पहली बार नहीं है जब प्रियंका गांधी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया हो। कुछ दिन पहले ही उन्होंने फिलिस्तीनी दूतावास के प्रभारी अबेद एलराजेग अबू जाजर से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान जाजर ने प्रियंका को उनकी वायनाड से चुनावी जीत की बधाई दी थी। प्रियंका ने भी गाजा पट्टी में हो रहे संघर्ष को लेकर भारत की भूमिका पर जोर दिया था। उन्होंने इजराइल-हमास विवाद को खत्म करने के लिए भारत से नेतृत्वकारी भूमिका निभाने की अपील की थी।
प्रियंका ने इजराइल की आलोचना की थी
इजराइल के गाजा पट्टी में किए गए हमलों की प्रियंका ने पिछले साल निंदा की थी। प्रियंका गांधी ने इजराइल की सैन्य कार्रवाई को “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” करार दिया था। प्रियंका ने इसे “क्रूर नरसंहार” कहते हुए सभी सरकारों से इस मामले में कदम उठाने की अपील की थी। प्रियंका गांधी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि यह हर इंसान की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इस तरह के हिंसा के खिलाफ खड़ा हो।
मैं क्या पहनूं यह मेरा निजी फैसला
संसद में प्रियंका ने कहा कि यह फैसला मेरा निजी है कि मैं क्या पहनूं और क्या नहीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह महिलाओं की आजादी का विषय है कि वह क्या पहने या क्या नहीं पहने इसका फैसला करें। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह पितृसत्तात्मक सोच के खिलाफ एक संदेश है। प्रियंका ने इस बैग के जरिए फिलिस्तीन के संघर्ष को समर्थन देने की कोशिश की। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैं अक्सर यह बैग अपने साथ लेकर चलती हूं।