Gorakhpur News: अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, डेढ़ करोड़ के नकली स्टांप के समेत 7 गिरफ्तार

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Gorakhpur News: पुलिस के मुताबिक गिरोह का मास्टरमाइंड कमरुद्दीन है, जो पिछले 40 साल से इस धंधे से जुड़ा है। वह वर्षों से नकली स्टांप बनाने का कारोबार कर रहा है और उसका नाती भी उसके साथ जुड़ा हुआ है।
Gorakhpur News रायपुर। गोरखपुर पुलिस ने नकली स्टांप बनाने वाले गिरोह को पकड़ा उसका पर्दाफाश किया है। मुख्य आरोपी समेत 7 आरोपी पकड़ाए हैं। 84 वर्षीय मोहम्मद कमरुद्दीन एवं साथियों से डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक नकली स्टांप बरामद हुआ है।
पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये के नकली स्टंप और सामान बरामद किया है
पुलिस के मुताबिक कमरुद्दीन गिरोह का मास्टरमाइंड है, जो पिछले 40 वर्षो से इस धंधे से जुड़ा है। नकली स्टांप बनाने का गोरखधंधा वह वर्षो से कर रहा है उसके साथ उसका नाती भी जुड़ा हुआ है। पुलिस ने आरोपी एवं साथियों से एक करोड़ 52 हजार रुपए का नकली स्टाम्प जब्त किया है। इसके अलावा छपाई मशीन, लैपटॉप, यूपी-बिहार के गैर न्यायिक स्टांप एक लैपटॉप सौ पैकेट इंक, पेपर कटर मशीन, सादे कागज बरामद किया है। फर्जी स्टांप पेपर छापकर वह बिहार के सिवान, यूपी के गोरखपुर, कुशीनगर समेत महाराजगंज के अलावा उत्तर प्रदेश के दीगर शहरों कस्बों में भी बेचा। गिरोह में ऐसे वेंडर शामिल पाए गए, जो ट्रेजरी की ओर से स्टाम्प बेचने अधिकृत है। आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
3 महीनों तक चली जांच
गोरखपुर एएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवक ने पत्रकारों को बताया कि गोरखपुर कोर्ट में इस्तेमाल नकली स्टांप का मामला सामने आने के बाद मामले केस दर्ज हो गया है। एसआईटी 3 माह बाद जांच के आधार पर गिरफ्तारी हुई है। आरोपियों के साथ नाती भी है। गोरखपुर, देवरिया कुशीनगर के पांच वेंडर शामिल है। कुशीनगर के वेंडर ने गिरफ्तारी के बाद सिवान के कमरुद्दीन का नाम सामने आया। उसकी गिरफ्तारी बाद पूरा मामला खुला।