India-Nepal Tention: नेपाल भारत के साथ सीमा मुद्दे को वार्ता और कूटनीति के जरिए सुलझाएगा- पीएम ओली

India-Nepal Tention: सुगौली संधि 1816 के अनुसार उक्त तीनों क्षेत्र व कालीनदी पूर्व की भूमि नेपाल की है। इस विषय पर नेपाल सरकार दृढ़ एवं स्पष्ट है।
India-Nepal Tention रायपुर। नेपाली प्रधानमंत्री ओपी शर्मा ओली ने पदभार ग्रहण करते ही कहा है कि नेपाल-भारत के साथ सीमा मुददे को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
कूटनीतिक तरीके से सीमा विवाद हल करेंगे- ओली
पीएम ओली सोमवार को संसद में प्रतिनिधि सभा की बैठक में सांसद दीपक बहादुर सिंह के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमा मुद्दे का समाधान ऐतिहासिक तथ्यों और सबूतों के आधार पर किया जाएगा। दरअसल, दीपक बहादुर ने पूछा था कि नेपाली मानचित्र में शामिल दार्चुला के लिपुलेख लिम्पियाधुरा, कालापानी और सहित महाकाली नदी के पूर्व में स्थित क्षेत्र नेपाल के हैं, तो नेपाल कब से उपयोग कर सकेगा।
ओली ने कहा, ‘‘चार जनवरी को आयोजित नेपाल-भारत विदेश मंत्री स्तरीय संयुक्त आयोग की सातवीं बैठक के दौरान नेपाल-भारत सीमा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई और नेपाल-भारत सीमा के शेष हिस्सों पर लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।’’
काठमांडू द्वारा 2020 में एक नया राजनीतिक मानचित्र प्रकाशित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे, जिसमें तीन भारतीय क्षेत्रों – लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया था।
मानचित्रों, ऐतिहासिक तथ्यों,साक्ष्यों के आधार पर भारत सरकार के साथ वार्ता करेंगे
इस पर ओली ने कहा सुगौली संधि, विभिन्न मानचित्रों, ऐतिहासिक तथ्यों,साक्ष्यों के आधार पर भारत सरकार के साथ वार्ता व कूटनीति के माध्यम से सीमा समस्या को हल करने के लिए नेपाल सरकार प्रतिबद्ध है। सुगौली संधि 1816 के अनुसार उक्त तीनों क्षेत्र व कालीनदी पूर्व की भूमि नेपाल की है। इस विषय पर नेपाल सरकार दृढ़ एवं स्पष्ट है।