PM Modi on Sabarmati Report: PM मोदी का फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ पर शार्ट रिव्यू
PM Modi on Sabarmati Report: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विक्रांत मैसी की फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को लेकर अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट किया है। लिखा कि जो सच वह लोगों के सामने आ रहा है।
PM Modi on Sabarmati Report: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोधरा दंगों पर आधारित विक्रांत मैसी अभिनीत फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ की तारीफ की। पीएम ने ‘एक्स’ यूजर @alok_bhatt की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह अच्छी बात है कि सच्चाई सामने आ रही है। इस तरह से कि इसे आम लोग देख सकते हैं।
पीएम ने कहा कि एक झूठी कहानी सीमित समय तक ही चल सकती है। आखिरकार, तथ्य हमेशा सामने आ ही जाते हैं!” दरअसल, एक यूजर ने फिल्म का ट्रेलर शेयर करते हुए इसे देखने की सिफारिश की थी।
एक एक्स’ यूजर @alok_bhatt ने लिखा कि यह फिल्म 2002 में साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों को जलाए जाने की घटना और उसके बाद फैलाई गई झूठी कहानियों को उजागर करती है। यह घटना निर्दोष लोगों की मौत के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे निहित स्वार्थों ने एक नेता की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया।
Well said. It is good that this truth is coming out, and that too in a way common people can see it.
A fake narrative can persist only for a limited period of time. Eventually, the facts will always come out! https://t.co/8XXo5hQe2y
— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2024
‘द साबरमती रिपोर्ट’ पर क्या लिखा पीएम नरेंद्र मोदी ने?
पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से आलोक भट्ट नाम के इस यूजर का एक्स पोस्ट रीपोस्ट किया। पीएम मोदी ने इसे रीपोस्ट करते हुए लिखा है, ” ये अच्छी बात है कि ये सच सामने आ रहा है और वो भी एक ऐसे तरीके से जिससे आम लोग इसे देख सकें। एक फेक नैरेटिव कुछ समय तक ही चल सकता है। आखिरकार, फैक्ट्स हमेशा सामने आते हैं!”
ट्रेलर देखकर लोग क्या कह रहे हैं?
फिल्म का ट्रेलर देखकर यूजर ने कहा कि यह 59 निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्हें फरवरी की एक सुबह जलाया गया था।
गोधरा कांड पर बनी है फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’
विक्रांत मैसी की फिल्म साल 2002 में 27 फरवरी को गोधरा में अग्निकांड पर बनी है। उस समय गुजरात के गोधरा में अयोध्या से वापस लौट रही साबरमती एक्सप्रेस में सवार कारसेवकों की बोगी पर आग लगा दी गई थी। इस भयानक घटना में 59 लोगों की मौत हो गई थी। इसके एक दिन बाद 28 फरवरी 2002 से गुजरात में वीभत्स सांप्रदायिक दंगे शुरू हो गए थे जिसमें करीब 1000 लोगों की जान चली गई थी।
गोधरा कांड के दौरान मोदी थे सीएम
गुजरात के गोधरा में जब यह कांड हुआ उस दौरान नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, जिन्होंने घटना के कुछ दिन बाद ही 2 मार्च को एक आयोग बनाया जिसका काम इस घटना की चांज करना था।