रायपुर में निर्माणाधीन 10 मंजिला इमारत का हिस्सा गिरा, 6 मजदूर घायल, 2 की मौत
रायपुर के वीआईपी रोड पर निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत का हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हुआ। ग्रैंड इंपिरिया होटल के पास हुए इस हादसे में कई मजदूर मलबे में दब गए। बचाव कार्य जारी है। प्रशासनिक टीम और रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
रायपुर : राजधानी के वीआइपी रोड पर अविनाश बिल्डर की आपराधिक लापरवाही से निर्माणाधीन आठ मंजिला इमारत पर ढलाई की जा रही छत गिर गई। इससे दो मजदूरों की मौत हो गई है। मृतकों में बलौदाबाजार जिले के रहमत खान और बलरामपुर के रामदास पंडो शामिल हैं। वहीं, छह अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज जारी है।
आठवीं मंजिल पर चल रहा था ढलाई
घटना शनिवार दोपहर सवा तीन बजे हुई जब आठवीं मंजिल पर ढलाई के दौरान करीब दो हजार वर्गफीट की छत गिर गई। इससे वहां काम कर रहे नौ मजदूर नीचे गिर गए। मलबे में कुछ और मजदूरों के दबे होने की आशंका है। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम मलबा हटाने के काम में लगी हुई है।
अविनाश एलिगेंस बिल्डिंग की आठवीं मंजिल पर एक बिल्डिंग को दूसरी बिल्डिंग से जोड़ने के लिए छत की ढलाई का काम चल रहा था। दोपहर के समय इसी छत का एक हिस्सा गिर गया। इसके साथ ही सेंट्रिंग प्लेट और लोहे का स्टैंड भी गिर गया।
ऊपर और नीचे काम कर रहे नौ मजदूर नीचे गिरकर मलबे में दब गए। घायलों में बिहार के भागलपुर जिले के दो मजदूर भी शामिल हैं। सभी मजदूरों के सिर और पैरों में चोट आई है।
लोहे का स्टैंड खिसकने से हादसा
हादसे के प्रत्यक्षदर्शी मिस्त्री चंदन कुमार ने नईदुनिया को बताया कि छत की ढलाई का काम चल रहा था। ढलाई के दौरान आठवें फ्लोर पर काम कर रहे मजदूर अचानक से प्लाईवुड के सेंट्रिंग प्लेट और लोहे का स्टैंड खिसकने से राड समेत पूरी ढलाई सामाग्री के साथ सीधे नीचे गिर गए।
वहीं, नीचे काम कर रहे पांच अन्य मजदूर भी इसकी चपेट में आ गए। दो मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि घायलों को साथी मजदूरों ने निकालकर अस्पताल भिजवाया।
तेज आवाज से मची भगदड़
मजदूरों ने बताया कि वे पास में ही टाइल्स लगाने का काम कर रहे थे, तभी तेज आवाज सुनकर थोड़ी देर के लिए भगदड़ मच गई। इधर-उधर सभी लोग उधर भागने लगे। फिर पता चला कि ढलाई की जा रही छत के गिरने से मजदूर भी गिरकर मलबे में दब गए हैं।
ये हैं घायल मजदूर
सामान्य रुप से घायल अनिल कुमार मंडल निवासी भागलपुर(बिहार), तेजराम साहू, गंभीर रुप से घायल कुलेश्वर , विश्वजीत नेताम, कोमल निर्मलकर, मिर्जा अहमद बेग और हितेश कुमार साहू।
आनंद सिंघानिया और उसके सभी संरक्षकों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अविनाश ग्रुप के सभी प्रोजेक्टों की गुणवत्ता की जांच जरूरी है। रेरा भी उन पर जुर्माना लगा चुका है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इससे सरकार की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
अविनाश बिल्डर ने सरकारी जमीनें हड़पकर प्रदेश की भोलीभाली जनता, गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों के हितों पर डाका डाला है। उनका गिरफ्तार नहीं होना न्याय के मार्ग में रोड़ा बनेगा।
-दुर्गा शंकर सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता, रायपुर
इस दुर्घटना के लिए सीधे तौर पर अविनाश बिल्डर और उसका संचालक आनंद सिंघानिया जिम्मेदार है। घटिया काम कराने के लिए उसे तत्काल गिरफ्तार करने के बाद ही जांच की जानी चाहिए। संरक्षकों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि जांच को प्रभावित नहीं कर सकें। मृतकों के उत्तराधिकारी को 50-50 लाख रुपये तथा घायलों को 20-20 लाख रुपये, निश्शुल्क इलाज और पूर्ण स्वस्थ होने तक वेतन का भुगतान किया जाए।
-एसएन बैनर्जी, अध्यक्ष, सीटू, छत्तीसगढ़।
हादसा काफी दुखद है। प्रथम दृष्टया हादसे का कारण निर्माण कार्य के दौरान बरती गई लापरवाही प्रतीत हो रहा है। जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
-मोतीलाल साहू, विधायक,रायपुर ग्रामीण।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि निर्माणाधीन इमारत के गिरने से दो लोगों की मृत्यु और कई अन्य लोगों के घायल होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों को राहत और बचाव कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल पर राहत व बचाव कार्य जारी है और स्थिति की सतत निगरानी भी की जा रही है। ईश्वर से घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने व दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।