Parliament Session : प्रधानमंत्री मोदी के सम्बोधन पर कांग्रेस ने उठाया सवाल, कहा- PM के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं
Parliament Session : कांग्रेस ने लोकसभा सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाया। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं है।
Parliament Session : नई दिल्ली : लोकसभा के नए सत्र का आगाज़ हो चुका है। इससे पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाया। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं है। हमेशा की तरह 18वीं लोकसभा की शुरुआत से पहले भी उन्होंने बात को भटकाने का सहारा लिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात का कोई सबूत नहीं दिया है कि वे लोगों के फैसले का सही मतलब समझते हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, “गैर-जैविक प्रधानमंत्री को लोकसभा चुनाव में व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक रूप से करारी हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने हमेशा की तरह संसद के बाहर अपना ‘देश के नाम संदेश’ दिया है। पीएम ने अपने संबोधन में कुछ भी नया नहीं कहा है। हमेशा की तरह विषयांतर ही बोला है।
वे पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं-जयराम रमेश
जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट लिखा, “उन्होंने इस बात का कोई सबूत नहीं दिया है कि वे जनता के फैसले का सही मतलब समझते हैं, जिसके कारण उन्हें वाराणसी में मामूली और संदेहपूर्ण जीत मिली। रमेश ने यह भी कहा, “उन्हें किसी भी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए। इंडिया जनबंधन उनसे हर मिनट का हिसाब मांगेगा। वे पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं।”
क्या कहा था PM मोदी ने
18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है। लोग नारे नहीं बल्कि सार्थकता चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि लोग विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद करते हैं, लेकिन अब तक यह निराशाजनक रहा है। उम्मीद है कि विपक्ष अपनी भूमिका निभाएगा और लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखेगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ 25 जून को है। उन्होंने इसे भारत के लोकतंत्र पर एक ‘काला धब्बा’ बताया।

