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Cyber Fraud: ठगों ने बदला तरीका, अब महिलाओं की फर्जी फेसबुक ID बनाकर लोगों को दिया जा रहा झांसा

Cyber Fraud: छत्‍तीसगढ़ में एक बार फिर फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को झांसा देकर रुपये मांगने के मामले सामने आने लगे हैं। इस बार आनलाइन ठगों ने अपना तरीका भी बदल लिया है।

Cyber Fraud: छत्‍तीसगढ़ में एक बार फिर फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को झांसा देकर रुपये मांगने के मामले सामने आने लगे हैं। इस बार आनलाइन ठगों ने अपना तरीका भी बदल लिया है। पहले ठग पुलिस, सामाजिक और प्रशासनिक जगत के नामचीन लोगों के फोटो लगाकर इंटरनेट मीडिया पर फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर उनके दोस्तों को संदेश भेजकर ठगी करते थे, लेकिन कुछ दिन में उनका भेद खुल जाता था। अब आनलाइन ठग महिलाओं के नाम से फेक आइडी बनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं।

फेक आइडी के लिए वे ऐसी महिलाओं को चुनते हैं, जो गृहणी हैं या फिर बड़े पद पर हैं। गृहणी महिलाएं अपना फेसबुक पेज कई दिनों तक खोलती तक नही हैं। उनकी फेक आइडी तैयार कर वह उनकी मित्र सूची में शामिल महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। बीते दो माह में ऐसी 30 के करीब शिकायतें साइबर क्राइम के पास पहुंची हैं। पुलिस ने इन महिलाओं के फेक अकाउंट बंद कराते हुए जांच शुरू कर दी है।

इंटरनेट मीडिया के माध्यम फेसबुक पर सामान्य महिलाओं की सक्रियता बढ़ गई है। ग्रामीण महिलाएं भी अपना फेसबुक आइडी बना रही हैं। इसका फायदा ये आनलाइन ठग उठा रहे हैं। वे ऐसी महिलाओं के फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को बेटे की बीमारी या अन्य तरह की आपात जरूरत का संदेश भेजकर पांच-दस हजार रुपये की मांग करते हैं। कुछ महिलाओं ने झांसे में आकर रुपये भी दे दिए और बाद में इसका पता चला। चौंकाने वाली बात यह है कि जिनकी फेक आइडी बनाई गई, उनको पता ही नहीं कि उनके नाम पर ठगी की जा रही है। पता चलने के बाद उन्होंने साइबर सेल में शिकायत की है।

क्या करती है शिकायत पर
शिकायत आने पर पुलिस उन महिलाओं के फर्जी आइडी को बंद कराने के लिए फेसबुक को मेल करती है और दो से तीन दिन में उस आइडी को बंद करा दिया जाता है और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। फेक आइडी बनाने वाले की गिरफ्तारी नहीं हो पाती है। हम बता दें कि अभी तक आइजी, एसपी, डीएसपी, टीआइ तक की फेक आइडी बनाने के मामले सामने आ चुके हैं।

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