Kuno National Park : श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में जश्न, बढ़ी चीतों की संख्या

Kuno National Park :
Kuno National Park : कूनो में जन्मा पहला चीता शुक्रवार 29 मार्च को 1 साल का हो गया। संभावना है कि वन मंत्री भूपेन्द्र सिंह शुक्रवार को ही उक्त शावक चीता का नामकरण करेंगे।
Kuno National Park रायपुर से : श्योपुर मध्य प्रदेश स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों का कुनबा (परिवार) बढ़ने लगा है। केंद्र एवं राज्य सरकार ने देश में चीतों को फिर से बसाने की योजना बनाई थी। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका एवं नामीबिया से लाए गए चीतों को लगता है कि भारतीय वातावरण भाने लगा है। एक अच्छी खबर है कि भारत में जन्मे चीतों की संख्या, विदेशों से लाए गए चीतों से ज्यादा हो गई है।
शावक (चीता) का नामकरण
इस समय कूनो (श्योपुर) जन्मे 14 शावक हैं। जबकि दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया में से लाए चीतों की संख्या 13 है। कूनो में जन्मा पहला चीता आज शुक्रवार 29 मार्च को 1 साल का हो गया। ऐसी संभावना है कि वन मंत्री भूपेंद्र सिंह शुक्रवार को ही उक्त शावक चीता का नामकरण करें।
गौरतलब हो कि चीता परियोजना अंतर्गत कुनों में 20 चीते लाए गए थे। जिनमें 7 की मौत हो गई है। शेष 13 जीवित हैं। इनमें तीन मादा चिताओं ने अब तक चार बार में 17 शावकों को जन्म दिया है। उनमें से 14 शावक जीवित हैं। कूनों में इस तरह वर्तमान में 27 चीते शावक हो गए हैं। महज 68 दिनों की अवधि में तीन मादा चीताओं ने 13 शावकों को जन्म दिया है इनमें नमीबिया की आशा ने 3 जनवरी 2024 को तीन, नमीबिया की ही ज्वाला मादा चीता ने 4 शावकों एवं दक्षिण अफ्रीका की गामिनी मादा चीता ने10 मार्च 24 को 6 शावकों को जन्म दिया है।
नामीबिया के चीते को भारत की जलवायु रास आने लगी
नामीबिया की मादा चीता ज्वाला ने नर चीता पवन से मेंटिग बाद 29 मार्च 23 को 4 शावकों को जन्म दिया था। परन्तु मई में 3 शावकों की मौत हो गई थी।तब प्रबंधन ने चौथे मादा शावक को अस्पताल शिफ्ट किया था। उसे फूड सप्लीमेंट और बकरी का दूध पिलाकर उपचार किया गया था। बहरहाल इस वक्त कुल 27 वयस्क शावक चीता कूनों में है। अब लग रहा है कि इन्हें भारत की आबोहवा रास आने लगी है। श्योपुर कूनों नेशनल पार्क का वन अमला आज प्रसन्न है कि शावकों की संख्या बढ़ रही है।