मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मिलकर बोला INDIA डेलिगेशन : खाने-पीने को तरस रहे बच्चे, ऑल पार्टी मीटिंग की उठी मांग

INDIA Delegation Visit In Manipur: मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA (इंडिया) का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के दौरे पर है। प्रतिनिधमंडल के नेताओं के बयान सामने आए हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, आरजेडी सांसद मनोज झा और टीएमसी सांसद सुस्मिता देव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

विपक्षी सांसदों ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि संसद में सरकार पर दबाव डालेंगे। सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की और कहा कि मणिपुर की समस्या का हल निकले। ऑल पार्टी मीटिंग हो मणिपुर को लेकर सबको एकजुट होकर पहल करना चाहिए। वैली के लोग हिल्स नहीं जा रहे और हिल्स के लोग वैली नहीं आ पा रहे हैं।

सांसदों ने कहा कि अगले दिन हम मणिपुर की समस्या का समाधान करने के लिए सरकार पर दबाव डालेंगे। सदन के अंदर बात रखेंगे। मणिपुर के हाल पर चर्चा होनी चाहिए। देश के अंदर असुरक्षा पैदा हो रही है। हमने गवर्नर को ज्ञापन सौंपा है।

‘अच्छे नहीं हैं हालात’

अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मुख्य बात यह है कि मणिपुर को नजरअंदाज कर दिया गया है। जैसा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसे नजरअंदाज किया है, स्थिति खराब हो रही है। जल्द से जल्द शांति बहाल की जानी चाहिए, सद्भाव और न्याय बनाए रखना आवश्यक है। हम मांग करेंगे कि राज्यपाल सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास करें। यह सरकार की विफलता है…”

टीएमसी सांसद सुष्मिता देव का कहना है, ”यहां (मणिपुर) हालात अच्छे नहीं हैं, हम राज्यपाल को एक संयुक्त ज्ञापन सौंपना चाहते हैं और शांति बहाल करने की अपील करना चाहते हैं। हम राज्यपाल से राज्य की स्थिति के बारे में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी देने के लिए कहेंगे।”

शिविरों में सुविधाओं का आभाव : फूलोदेवी

मणिपुर के दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम का कहना है, “…एक हॉल में 400-500 लोग रह रहे हैं। राज्य सरकार उन्हें केवल दाल-चावल मुहैया करा रही है, बच्चों को पूरे दिन खाने के लिए और कुछ नहीं मिल रहा है। शौचालय या बाथरूम की कोई सुविधा नहीं। जिस तरह से लोग शिविरों में रह रहे हैं वह बहुत हृदय विदारक है।”

हम चाहते हैं शांति स्थापित हो

असम से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि अगर पीएम मोदी हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा करेंगे तो विपक्षी दल INDIA उनके साथ होगा। गोगोई ने कहा, “इंडिया अलायंस एकमात्र प्रतिनिधिमंडल है जो लगातार मणिपुर के दौरे पर है… हमने हमेशा कहा है कि अगर प्रधानमंत्री एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना चाहते हैं, तो हमें इसका हिस्सा बनने में खुशी होगी। आखिरकार हम सभी चाहते हैं कि शांति स्थापित हो।”

बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) की एक टीम ने मणिपुर का दौरा किया और कुकी नेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने दंगा प्रभावित चुराचांदपुर शहर में डॉन बॉस्को स्कूल में एक राहत शिविर का दौरा किया।

इस प्रतिनिधिमंडल में चौधरी और गोगोई के अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की महुआ माजी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन, जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं अनिल प्रसाद हेगड़े, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के संदोश कुमार और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के ए. ए. रहीम भी शामिल हैं।

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