Raipur News : गांवों- कस्बों,शहरों में चुनाव विश्व कप दीपोत्सव व्यापार पर चर्चा

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Raipur News : अलग-अलग वर्गों में टाइम पास का साधन
Raipur News : राजधानी समेत समूचे प्रदेश में इन दिनों चार चीजों पर चर्चाएं अलग-अलग वर्गों के मध्य हो रही है। Raipur News पहला चुनाव, दूसरा विश्व कप क्रिकेट, तीसरा दीपोत्सव चौथा- व्यापार।
विधानसभा चुनाव सिर पर है। पहले चरण में 20 तो दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान होना है। चुनाव को लेकर मतदाताओं के मध्य चर्चा स्वाभाविक है। खासकर बुजुर्गों, अधेड़ों, एवं महिला वर्ग के बीच। लोग प्रत्याशियों पार्टियों को लेकर आपस में चर्चा करने के साथ टोह ले रहे हैं कि कौन-किस प्रत्याशी या पार्टी को वोट देगा। बुजुर्गों के लिए टाइम पास का अच्छा साधन बन गया है। जो सुबह मॉर्निंग वॉक पूर्वान्ह नाती-पोते को खिलाने, घूमाने या शाम को हाट-बाजार, चौक-चौराहे चौपाल में दोस्तों के साथ बात करते हुए बस चुनाव को केंद्र में रख रहे हैं। यदा-कदा खेती-बाड़ी घर परिवार की बात।
तकरीबन यही स्थिति अधेड़ावस्था वालों की है. जो काम- धंधे के बीच फुर्सत मिलते ही राजनीतिक चर्चाएं कर रहे हैं। शाम दोस्त-यारों के बीच प्रत्याशियों के प्रचार-प्रसार के तौर तरीके, संभावनाओं पर टीका-टिप्पणी कर टाइम पास करते देखे जा सकते हैं। यह स्थिति गांव,कस्बों,शहरों सभी जगह है।
उधर महिला वर्ग माह में मोहल्ले दर मोहल्ले या कालोनी दर कालोनी चुनाव पर चर्चा। तो वहीं घर का काम धंधा निपटाकर शाम के वक्त आपस में होने वाली बैठकों में चर्चा कर रही हैं। महिलाओं घर बाहर काम के बीच प्रत्याशियों, दलों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। तो वहीं दलों की ओर से चुनावी घोषणाओं,
वादों पर भी व्यापक चर्चा प्रतिक्रिया जता रहे हैं। वे जागरूक भी लगती है। घोषणाओं, वादों का चीरफाड़ कर समीक्षा पुराने वादों को रखकर करती हैं।
अब बच्चे युवा वर्ग जिनमें वर्ल्ड कप क्रिकेट का नशा छाया है। वे टीवी, मोबाइल से रोजाना दोपहर से रात तक मैच की गतिविधियों, संभावनाओं पर चर्चा कर प्रतिक्रियाएं दे रही है। खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर विशेषज्ञों की तरह चर्चा कर रहें हैं। हालांकि युवा वर्ग में एक हिस्सा विभिन्न दलों के लिए चुनावी कार्यकर्ता के तौर पर अलग-अलग प्रत्याशियों के लिए काम कर रहें हैं। जो उनके लिए फंड जुटाने का सीजन है। वह भी 5 साल में एक बार वाला। जितना हो सके कमा लो।
दीपोत्सव नजदीक है। जिसे लेकर तीनों वर्ग चर्चा करने लगे हैं। जो धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है। महंगाई, चीजों उत्सव के लिए तैयारी आदि पर चर्चा हो रही हैं। महिला वर्ग पकवानों पर चर्चा कर रही हैं। तो उसके पूर्व दीपावली, धनतेरस पर खरीदी के लिए प्लान बना रही है। बजट पुरुषों के जिम्मे। उधर व्यापारी, कारोबारी दीपोत्सव पर धंधा करने 18-18 घंटे जुटा है। वह अधिक से अधिक धंधा पानी के लिए नाना प्रकार के उपक्रम कर रहे हैं। दुकानों पर कर्मी बढ़ा रखे हैं। ग्राहक खींचने हर संभव प्रयास व्यापारी वर्ग एक दूसरे से बीच-बीच में व्यापार- बाज़ार की टोह ले रहें हैं। वे हर घंटे 2 घंटे में दर पता कर रहे हैं। पूरा परिवार दुकान पर धंधा करने उमड़ा जा रहा है। बीच-बीच में अपने चहेते प्रत्याशी पार्टी की स्थिति पर चर्चा कर ले रहें हैं। ऐन दीपोत्सव के समय चुनाव है। चुनाव से संबंधित व्यापार माल की सप्लाई कर रहे हैं।
(लेखक डॉ. विजय )