UP News: आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मायावती का बड़ा ऐलान, जानिए बसपा सुप्रीमो ने क्या कहा?

UP News: एससी-एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोनों समूह को उप वर्गीकृत किए जाने के ऐतिहासिक फैसले के चार दिन बाद बहुजन समाज पार्टी इसके विरोध में उतर गई है।
UP News रायपुर। एससी-एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोनों समूह को उप वर्गीकृत किए जाने के ऐतिहासिक फैसले के चार दिन बाद बहुजन समाज पार्टी इसके विरोध में उतर गई है। पार्टी प्रमुख मायावती ने इसे असंवैधानिक और गलत करार देते हुए कहा है कि अदालत को इसे वापस लेना चाहिए। इतना ही उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के वकीलों ने जानबूझकर मामले में दलील ठीक तरह से पेश नहीं की। जिसके चलते शीर्ष अदालत ने इस तरह का फैसला दिया।
बसपा प्रमुख मायावती ने सभी राजनैतिक दलों से आग्रह किया है कि वे संसद के चालू सत्र में कानून बनाकर शीर्ष अदालत के फैसले को पलट दें.गौरतलब है कि सत्ताधारी एनडीए के घटक लोजपा (रामविलास) के प्रमुख व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और आरपीआई नेता व केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले भी एसटी-एससी आरक्षण के उप वर्गीकृत किए जाने का विरोध कर चुके हैं।
हालांकि जिन लोगों ने विरोध किया है वे तर्कसंगत कारण (विरोध) नही रख पाए हैं। क्योंकि वर्गीकृत किए जाने के बावजूद जो आरक्षण वर्ग भी पाएगा। वह भी तो एससी,एसटी जाति का एक अंग होगा। जिन्हें शीर्ष कोर्ट ने अब तक आरक्षण से वंचित बताया है। इधर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन तथा दल अभी खामोश हैं। कांग्रेस पहले जातिगत आरक्षण के पक्ष में रही है। सन 2014 में कांग्रेस के ही एक नेता ने जाति आधारित आरक्षण का विरोध था, तो तात्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे खारिज करते हुए एक बयान जारी किया था कि उनकी पार्टी जाति आधारित आरक्षण की व्यवस्था का समर्थन करती रहेगी। उधर कई दलित संगठनों व कार्यकर्ताओं ने 21 अगस्त को भारत बंद का आव्हन किया है।