महतारी वंदन योजना में आवेदन का सरलीकरण एक अच्छी पहल है..
महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले करीब 70 लाख विवाहित महिलाओं ने पंजीयन कराया था। जो भाजपा की वेबसाइट पर हुआ। अब यह वादा आधिकारिक तौर पर दर्ज किया जा रहा है।
महतारी वंदन योजना: भाजपा सरकार में पीएम मोदी के गारंटी पर जारी वादे के मुताबिक अप्रैल माह में महतारी वंदन योजना के तहत हितग्राहियों को राशि का वितरण शुरू हो जाएगा। इस संदर्भ में कुछ आवश्यक दस्तावेज मांगे गए हैं जिनमें विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र की प्रति भी शामिल है।
महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए 70 लाख विवाहित महिलाओं का पंजीयन किया गया
महतारी वंदन योजना का लाभ उठाने विधानसभा चुनाव के पूर्व करीब 70 लाख विवाहित महिलाओं द्वारा पंजीयन कराया गया था। जो भाजपा के वेबसाइट पर हुआ था। अब वादा सरकारी तौर पर पंजीयन हो रहा है। बहरहाल योजना का लाभ लेने हितग्राहियों के लिए जो गाइड लाइन जारी की गई है उसमें विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र जरूरी था। परन्तु बड़ी संख्या में दशकों पूर्व विवाहित महिलाएं विवाह का पंजीयन नही कराती थी। सच तो यह है कि सिस्टम तक में ऐसा कुछ नही था। पति के साथ नाम, फोटो, राशन कार्ड पर्याप्त रहता था। कोई काम रुकता नही था। इधर कुछ वर्षों से कतिपय कारणों से विवाह का पंजीयन कराने का सिस्टम शुरू किया गया। लिहाजा योजना का लाभ देने विवाह का पंजीयन प्रमाण पत्र मांगा गया। अब इसे वैकल्पिक बनाया गया है। जिसके तहत ऐसी विवाहित महिलाएं जिन्होंने विवाह का पंजीयन नही कराया है वे प्रमाण पत्र के बिना उसकी जगह स्वघोषित यानी स्वयं के हस्ताक्षर या अंगूठा लगा पत्र (प्रमाण पत्र) वास्तव में शपथ पत्र प्रस्तुत कर सकती है। जिसमें घोषणा रहेगी कि वे विवाहित है, पति ——-हैं। विवाह—— वर्ष पूर्व हुआ था।
महतारी वंदन योजना का लाभ विधवाओं, परित्यक्ता महिलाओं या तलाकशुदा महिलाओं को भी दिया जाना
सरकार ने एक अच्छी बात ओर की है कि विधवा, परित्यक्ता महिला या तलाकशुदा महिलाओं को भी योजना का लाभ देने का निश्चय किया है। जो वास्तव में योजना की शायद ज्यादा हकदार हैं। एक अन्य अच्छा विकल्प शासन ने दिया है। जिन महिलाओं के पास मोबाइल नही है यानी उनका कोई मोबाइल नंबर नही हैं। उन्हें विकल्प के तौर पर राशन कार्ड की फोटो कॉपी देनी है। अच्छा है क्योंकि सरकार या शासन किसी को मोबाइल रखने बाध्य नही कर सकती। या कि कई लोगों को इसकी बिल्कुल जरुरत नही रहती या अनपढ़ रहती है। अतः उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राशन कार्ड फोटो कॉपी का सरलीकरण सर्वोत्तम है।
स्व-घोषित शपथ पत्र, राशन कार्ड की प्रति को विकल्प के रूप में रखा जाना चाहिए
योजनांतर्गत आधार कार्ड, मतदाता कार्ड की कॉपी मांगी गई है। जो शायद सभी के पास रहती है। अपवाद छोड़। निवास प्रमाण पत्र हेतु ग्राम पंचायत या वार्ड पार्षद डाटा जारी प्रमाण पत्र को दस्तावेज में शामिल किया है। जो ठीक है। पर किन्हीं भी कारणों से अगर कोई महिला निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत नही कर पाती (मसलन राजनैतिक कारणों, आपसी तकरार पंचायत या वार्ड पार्षद से) तो उसकी जगह भी स्व-घोषित शपथ पत्र, राशन कार्ड की कॉपी विकल्प के तौर पर रखी जाए। कुल जमा ऐसी व्यवस्था हो कि हितग्राही महिलाओं को परेशानी न हो या ज्यादा चक्कर काटना न पड़े। बैंक खाता (पासबुक) की फोटो कॉपी मांगी गई है जिसकी गोपनीयता सरकार को कायम रखनी होगी।