घरेलू महिला सजग, निडर एवं त्वरित निर्णय ले लूटपाट से बची

रायपुर। डीडी नगर में एक महिला की सजगता, निडरता, त्वरित निर्णय के चलते लूटपाट एवं हिंसक वारदात से बच गई। जो सराहनीय एवं एवं प्रेरणास्पद है। खासकर सामान्य घरेलू महिलाओं के लिए।
गौरतलब है कि राजधानी में लूटपाट की घटनाएं बढ़ते जा रही है। दरअसल शहर की बढ़ती जनसंख्या, क्षेत्रफल के विस्तार, व्यस्तता एवं बेरोजगारिता इसके कारकों में से है। पुलिस-प्रशासन के अनुपात में उपरोक्त चीजें कई गुना-पूर्व की तुलना में बढ़ गई हैं। जिसका अनुचित लाभ चोर-उचक्के, बदमाश उठा रहें हैं। वे आमतौर पर पहले रेकी करते हैं फिर मौका मिलते ही वारदात को अंजाम देते हैं।
उपरोक्त स्थिति तब है जब पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी हर वार्ड-मोहल्ले, कालोनी में समय-समय पर रोजाना चक्कर लगाती हैं। बदमाश इसके बावजूद हरकत करते हैं। तब सतर्कता, सजगता, निडरता एवं निर्णय लेने की क्षमता लोगों को विकसित करनी चाहिए। खासकर महिलाओं को।
फेरी लगाकर सामान बेचने वालों, कमरा-मकान किराया पर लेने घूमने वालों, किसी तरह के उत्पाद का प्रचार करने वालों या किसी कंपनी की किन्हीं योजनाओं आदि को बताने वाले या घरों पर साफ-सफाई,नल, बिजली का कार्य या नौकरी (काम) मांगने वालों को बिल्कुल भी लिफ्ट देने की जरूरत नहीं हैं। उन्हें उल्टे पांव लौटा देना चाहिए। संभव हो तो उनकी फोटो मोबाइल से चुपके के साथ ले लेना चाहिए। डीडी नगर में गुरुवार को एक आदमी, घर पर अकेली देख महिला से ड्राइवरी का काम मांगने पहुंचा था। जिस पर महिला ने आधार कार्ड, परिचय पत्र, मोबाइल नंबर, फोटो आदि लेकर आने कहा। जिसके बाद उस आदमी ने पीने के लिए पानी मांगा। जब महिला ने सामने लगे नल से पानी लेने को कहा तो उस आदमी ने पानी निकालने का बहाना करते झुकते हुए पिस्तौल निकाल ली ओर महिला के मुंह पर अड़ा दिया। ठीक उसी वक्त एक दुपहिया घर के आगे से गुजरी जिसकी आवाज से सहमा व्यक्ति को महिला ने धक्का देकर खुद को सुरक्षित करते हुए तत्काल पुलिस को112 नंबर डायल किया। तभी पुलिस पेट्रोलिंग वाहन का सायरन सुनाई देने पर वह आदमी भाग खड़ा हुआ। डी डी नगर पुलिस उसे ढूंढ रही है। पुलिस का कहना है कि सजगता, निडरता त्वरित निर्णय से महिला लूटपाट और हिंसक वारदात से बच गई।
(लेखक डॉ. विजय)