Loksabha Election : देश की तीसरी बड़ी पार्टी बनी सपा, ये रणनीति आई काम

Loksabha Election : लोकसभा चुनावों के नतीजे जारी होने के बाद समाजवादी पार्टी देश की तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है। उनकी एक रणनीति ने पूरे चुनाव के इतिहास में सबसे शानदार प्रदर्शन किया है।
Loksabha Election : लखनऊ : सपा ने लोकसभा आम चुनाव में अब तक के अपने इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। उसने कुल 37 सीटें जीतीं। इस तरह सपा देश की तीसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई है। धार्मिक मुद्दों के बजाय जातीय गोलबंदी और यादवों-मुस्लिमों पर कम दांव की रणनीति से सपा को यह सफलता मिली। कांग्रेस का साथ मिलने से राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी जनता का भरोसा जीता। बता दें कि यूपी में पिछले एक दशक में अखिलेश यादव की अगुआई में यह 5वां बड़ा चुनाव था। समाजवादी पार्टी को चार चुनाव में बस हार ही नसीब हुई।
अपनाई नई रणनीति
2019 के चुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह ही सपा से अलग थे, लेकिन इस बार 2024 के चुनाव में सपा ने नई रणनीति अपनाई। सपा ने परिवार की एकजुटता से भी अच्छा संदेश गया। सपा ने प्रत्याशी तय करने में पीडीए फार्मूले का भी पूरा ध्यान रखा। अपना आधार वोट माने जाने वाले यादवों और मुस्लिमों से ज्यादा कुर्मी बिरादरी के प्रत्याशी उतारे। ब्राह्मण व ठाकुर समेत सामान्य जाति के प्रत्याशियों को भी प्रतिनिधित्व दिया। अखिलेश का यह दांव बिल्कुल सही बैठा और पार्टी को अप्रत्यशित सफलता मिली।
अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों से खुद को और अपनी पार्टी को दूर रखा। बहुत ही सधे अंदाज में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सीधे कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
मुलायम सिंह के बिना लड़ा चुनाव
ये चुनाव सपा के अखिलेश के लिए ये खास था क्योंकि उनके सर पर इस बार सपा संस्थापक और पिता मुलायम सिंह का हाथ नहीं था और न ही उनकी राजनीतिक कारीगरी में मंझे हुए थे। लेकिन, अखिलेश यादव ने इस लोकसभा चुनाव ने समीकरणों की नई तस्वीर बनाकर मुलायम से भी बड़ी सफलता की एक लकीर खींच दी।