Loksabha Election : पार्टी सदस्य ने मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर दिया इस्तीफा, कहा-मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता
Loksabha Election : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका है।
Loksabha Election : नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी को आज गुरुवार यानि 4 अप्रैल को काफी जोरदार झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि वो सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते। ऐसे में पार्टी में बना रहना मुश्किल है। लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। गौरव वल्लभ ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देते वक्त जो पत्र लिखा है, और उसे सोशल मीडिया पर साझा भी किया है। इस लेटर में उन्होंने विस्तार से बताया है कि आखिर क्यों उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बनाया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जिस ढंग से दिशाहीन होकर बढ़ रही है, उससे वह सहज नहीं हैं। वह न तो सनातन धर्म विरोधी नारे लगा सकता हूं और न ही देश की संपत्ति बनाने वालों को गाली दे सकता हूं।
गौरव वल्लभ ने ये भी बताया कि वे अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस के स्टैंड से खुश नहीं थे। उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि वह जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हैं। पार्टी के इस स्टैंड से वह असहज थे।
X पर किया पोस्ट
कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा.मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता.इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहाहूं pic.twitter.com/Xp9nFO80I6
— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) April 4, 2024
गौरव वल्लभ ने सोशल मीडिया एक्स पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खरगे को भेजे इस्तीफे की फोटो शेयर पोस्ट कर लिखा, ”कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता। इस कारण मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं।”
कौन है गौरव वल्लभ
गौरव वल्लभ ने राजस्थान की उदयपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। माना जा रहा था कि अशोक गहलोत के प्रचार के बावजूद हार के पीछे गुटबाजी कारण रही थी। गौरव अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं। सीए रहने के साथ वह एम. कॉम में गोल्ड मेडेलिस्ट हैं। 2019 में वह झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं। गौरव वल्लभ राजस्थान के जोधपुर के पीपाड़ गांव के रहने वाले हैं। वह जमेशदपुर में प्रोफेसर रह चुके हैं।