Loksabha Election : मतदान से 48 घंटे पहले लोगों से की भावुक अपील, कहा-ये मेरे जीवन का आखिरी चुनाव

Loksabha Election : लोकसभा चुनाव के लिए राजगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने मतदान से 48 घंटे पहले आम लोगों से एक अपील की है। उन्होंने कहा है कि ये उनके जीवन का आखिरी चुनाव है।
Loksabha Election : राजगढ़ : मध्यप्रदेश के राजगढ़ सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह अपने जीवन का सबसे कठिन चुनाव लड़ रहे हैं। वह 2019 में भोपाल से भाजपा की प्रज्ञा ठाकुर से हार गए थे। इस बार लड़ना नहीं चाहते थे। पार्टी ने मैदान में उतार दिया, तो 77 साल के 32 साल बाद राजगढ़ किले को बचाने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं। यह चुनाव दिग्गी राजा के राजनीतिक कौशल की असली परीक्षा भी ले रहा है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां धुआंधार प्रचार कर रही हैं और सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस बार मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ताल ठोक रहे हैं। दिग्विजय सिंह का मुकाबला राजगढ़ से दो बार के सांसद रोडमल नागर से है। उन्होंने रविवार को एक बड़ा ऐलान किया है और कहा है कि ये उनके जीवन का आखिरी चुनाव होगा।
ट्ववीट कर दी की अपील
कांग्रेस के डीगज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लोगों से अपील की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं जब मेरे पिता जी के देहांत के बाद इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर राघोगढ़ आ कर रहने लगा, तब मुझे राघोगढ़ के बुजुर्ग नगर सेठ कस्तूरचंद जी कठारी मिलने आए, तब उन्होंने मुझे एक सीख दी. वह यह थी, उन्होंने कहा कि राजा साहब हर व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य हिंदी की 12 खड़ी के अनुसार होता है. क से कमाओ- इतना कमाओ कि आपके परिवार को कमा कर ख से खिला सके. ग से गहना – जो बचत हो उससे गहना बनाओ. घ से घर – गहना खरीद कर बचत से घर बनाओ. ङ से नाम- घर बनाने के बाद अगर बचत हो तो नाम कमाओ।’
जातिगत समीकरण को साधने की हो रही कोशिश
राजगढ़ संसदीय सीट पर मीणा, दांगी, सौंधिया, गुर्जर, तंवर, धाकड़, राजपूत समाज का सबसे अधिक प्रभाव है। कांग्रेस और भाजपा दोनों की ओर से जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश की जा रही है। पिछले दो चुनाव से यहां कांग्रेस को हार मिल रही है लेकिन दिग्विजय के आने से इस बार चुनाव थोड़ा अलग तरह का हो गया है।