Loksabha Election : BJP से नाता तोड़ बीरेंद्र सिंह हुए कांग्रेस में शामिल, 10 साल बाद की वापसी
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Loksabha Election : हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने आज दोबारा कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इससे पहले करीब 10 साल पहले 2014 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर BJP ज्वाइन की थी।
Loksabha Election : चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं। जिसमें 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है। इस बीच नेताओं के दल बदल का सिलसिला जारी है। इस दल बदली करने वाले नेताओं में पूर्व BJP नेता बीरेंद्र सिंह का नाम भी जुड़ गया है। बीरेंद्र सिंह ने आज यानी मंगलवार को पार्टी से अलग हो गए। उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बता दें कि करीब 10 साल बाद बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हुए हैं। साल 2014 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी। PM मोदी के प्रथम कार्यकाल में वो ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज मंत्री और इस्पात मंत्री रहे थे। बीरेंद्र सिंह के साथ उनकी पत्नी ने भी कांग्रेस का दामन थामा है।
पांच बार बने विधायक
बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से जींद जिले की राजनीतिक स्थिति पर काफी प्रभाव पड़ेगा। चौधरी बीरेंद्र सिंह उचाना से पांच बार जीतकर विधायक बन चुके हैं। वह 1977 से 82, 1982 से 84 1991 से 1996, 1996 से 2000 तथा 2005 से 2009 तक विधायक रहे हैं। वह तीन बार वह कैबिनेट मंत्री भी बने। उन्होंने तीन बार सांसद के रूप में भी कार्य किया। पिछली केंद्र सरकार में वह केंद्र में मंत्री भी रहे। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह 2019 में हिसार लोकसभा से सांसद चुने गए थे। अब वह भाजपा को अलविदा कहकर कांग्रेस में आ गए हैं।
केवल ‘जन गण मन’ ही देश को बचा सकता है-बीरेंद्र सिंह
कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद बीरेंद्र सिंह ने अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब मैंने कांग्रेस छोड़ी, तो मुझे लगा कि बीजेपी और कांग्रेस की विचारधाराओं में ज्यादा अंतर नहीं होगा। लेकिन उनकी विचारधाराएं बिल्कुल विपरीत है। केवल ‘जन गण मन’ ही इस देश को बचा सकता है। कांग्रेस पैन इंडिया पार्टी है। इसकी जिम्मेदारी राष्ट्र के बुनियादी सिद्धांतों की रक्षा करना है।