राजनांदगाव में कैसा होगा Lok Sabha Elections, मतदान की तैयारियां पूरी

Lok Sabha Elections : राजनांदगांव में 2330 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते है जिनमे पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी और मोहल – मानपुर शामिल है।
राजनांदगांव : Lok Sabha Elections के दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट पर भी मतदान होंगे। छत्तीसगढ़ की यह हॉट सीटों में से एक है। यहां से कांग्रेस ने जहां कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैदान में उतारा है, वही बीजेपी ने वर्त्तमान संसद संतोष पांडेय पर ही दांव खेला है।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में टोटल वोटर 18लाख 69 हजार 229 है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 29 हजार 679 और महिला मतदाताओं की संख्या 9लाख 38 हजार 334 है और अन्य 8 है।
आंकड़ों में एक नज़र
कुल मतदाता _ 18,69 ,229
पुरुष मतदाता _ 9,29,679
महिला मतदाता _ 9,38 ,334
थर्ड जेंडर मतदाता _ 08
कौन कितनी बार जीता?
इस सीट पर 1957 में हुए पहले चुनाव हुआ।
कांग्रेस _ 8
भाजपा _ 6
जनता पार्टी _ 1
निर्दलीय प्रत्याशी _ 1 बार जीते है…
राजनांदगांव में 2330 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते है जिनमे पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी और मोहल – मानपुर शामिल है। क्षेत्र के नक्सल प्रभवित होने की वजह से कही कहीं मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक एवं मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक संपन्न होगा।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में इस बार जहा 15 अभ्यर्थी मैदान में है जिसमे प्रमुख रूप से बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है। चुनाव लड़ रहे अभियर्थियों की बात करें तो
बहुजन समाज पार्टी – देवलाल सिन्हा
इंडियन नेशनल कांग्रेस – भूपेश बघेल
भारतीय जनता पार्टी – संतोष पाण्डेय
शक्ति सेना – नारद प्रसाद निषाद
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी – रमेश राजपुत
न्याय धर्म सभा – रामफल पाटिल
हमर राज पार्टी – ललिता कंवर
राष्ट्रीय जनसभा पार्टी – लाखन सिंह टंडन
निर्दलीय
अजय पाली,
त्रिवेणी पडोती,
इंजि. बसंत कुमार मेश्राम,
भुवन साहू,
विशेष धमगाये
एएच सिद्दीकी
सुखदेव सिन्हा मैदान में है।
मुख्य मुकाबला _ आमने-सामने
बात करें इस क्षेत्र में मुकाबले की तो यहाँ हमेशा से बीजेपी और कांग्रेस ही आमने सामने रही है। इस बार भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। बीजेपी की तरफ से वर्तमान संसद संतोष पांडेय मैदान में है तो कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यम्नत्री भूपेश बघेल कमान सम्हाले हुए है। क्षेत्र में जनता जहा एक तरफ लोग संतोष पंड्या के पिछले कार्यकाल में अनुपस्थिति से नाराज है तो वही भूपेश बघेल का नाम सट्टा और इ डी जैसे मामलों में आने से नाखुश भी है। अपने प्रचार के दौरा जहाँ एक तरफ संतोष पांडेय मोदी की गैरेंटी का जिक्र कर रहे हैं तो वही भूपेश बघेल अपने 5 साल का कार्यकाल बता रहे है।
क्षेत्र में सामाजिक समीकरण की बात करे तो यहाँ आदिवासी समाज के लोग लगभग 35 प्रतिशत है जिसके बाद सब से अधिक संख्या में लोधी समाज के लोग है 30 प्रतिशत क्षेत्र में साहू समाज 25 प्रतिशत है तो वहीँ सतनामी समाज के लोगो का भी अच्छा दबदब है।
बहरहाल लोकसभा क्षेत्र में जनता की उम्मीदे बहुत है प्रदेश की संस्कार धनि के रूप में जाना जाता है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही यहां आमसभा के माध्यम से मतदाताओं को अपना संदेश दे रहे …अब देखना होगा कि राजनांदगांव लोकसभा के मतदाता किसे अपना सिरमौर बनाते हैं…??