Wed. Oct 15th, 2025

कोलकाता में आफत की बारिश, हर तरफ पानी ही पानी, टूटे कई रिकॉर्ड

पड़ोस के हावड़ा में इन चौबीस घंटों में लम्बी अवधि के औसत से 1006% ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है. 1 सितंबर से 22 सितंबर के बीच, कोलकाता में 178.6 मिमी बारिश हुई, जो इस अवधि के दौरान सामान्य 213.7 मिमी से 16 प्रतिशत कम है.

अप्रत्याशित बारिश ने कोलकाता और आसपास के 6 ज़िलों में भयंकर कोहराम मचाया है. भारत मौसम विभाग के Regional Meteorological Centre, Kolkata द्वारा जारी ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक 22 सितंबर को सुबह 08:30 बजे से 23 सितम्बर को सुबह 08:30 के बीच कोलकाता में कुल 251.5 mm बारिश रिकॉर्ड की गयी जो लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 2663% ज्यादा है.

पड़ोस के हावड़ा में इन चौबीस घंटों में लम्बी अवधि के औसत से 1006% ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है. 1 सितंबर से 22 सितंबर के बीच, कोलकाता में 178.6 मिमी बारिश हुई, जो इस अवधि के दौरान सामान्य 213.7 मिमी से 16 प्रतिशत कम है. जबकि कल सुबह 8.30 बजे से आज सुबह 8.30 बजे के बीच, सिटी ऑफ जॉय में 251.5 mm बारिश हुई, इसमें से अधिकांश रात के कुछ घंटों में हुई.

North 24 Parganas जिले में इस दौरान लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 857% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है. पूर्व मेदिनीपुर में इन चौबीस घंटों में लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 327% ज्यादा और पश्चिम मेदिनीपुर में लम्बी अवधि के औसत (Long Period Average) से 285% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है.

जहां तक पूरे पश्चिम बंगाल का सवाल है, भारत मौसम विभाग के मुताबिक पूरे राज्य में औसत से करीब 115% ज्यादा बारिश पिछले चौबीस घंटों में रिकॉर्ड की गयी है. भारत मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, “पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और 25 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है

इन प्रणालियों के प्रभाव में, आज, 23 तारीख को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों, 26 तारीख तक ओडिशा, 26 और 27 सितंबर 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 25 से 29 सितंबर, 2025 के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की एक नई लहर चलने की संभावना है

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