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Kawardha News ; कलेक्टर जन्मेजय ने जनप्रतिनिधियों से की चर्चा, सावन के पहले सोमवार को भोरमदेव पदयात्रा का होगा भव्य आयोजन

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Kawardha News ; सावन माह के पहले सोमवार यानी 22 जुलाई को भोरमदेव पदयात्रा पूरी भव्यता के साथ निकाली जाएगी। भोरमदेव पदयात्रा सुबह 7 बजे से बूढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक निकलेगी।

Kawardha News रायपुर। सावन माह के पहले सोमवार यानी 22 जुलाई को भोरमदेव पदयात्रा पूरी भव्यता के साथ निकाली जाएगी। भोरमदेव पदयात्रा सुबह 7 बजे से बूढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक निकलेगी। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भोरमदेव छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिले के कवर्धा में स्थित है। जहां हर साल की तरह इस साल भी पदयात्रा निकाली जाएगी। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने इस यात्रा की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक ली, जिसमें भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट कबीरधाम के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं एसोसिएशन तथा पदाधिकारियों से महत्वपूर्ण सुझाव लिए गए।

हर साल उत्साह से भाग लेते हैं श्रद्धालु

कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कहा कि भोरमदेव पदयात्रा में श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। हर साल की तरह इस साल भी कवर्धा और आसपास के सभी नागरिक इस पदयात्रा में शामिल होकर इसे भव्य बनाएं। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी आयोजन को लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। साथ ही गणमान्य नागरिकों से मिले सुझावों पर भी अमल किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे।

पदयात्रा को लेकर की गई है कई तैयारियां

कलेक्टर ने पदयात्रा के मार्ग में पड़ने वाली ग्राम पंचायतों द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग, सड़क की साफ-सफाई और स्वागत द्वार बनाने के निर्देश दिए थे। साथ ही रास्ते में जगह-जगह पेयजल, सुलभ शौचालय की साफ-सफाई, आपातकालीन चिकित्सा सुविधा और डीजे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पदयात्रियों की वापसी के लिए निशुल्क बसों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के अधिकारियों को दी गई है।

कलेक्टर ने जन प्रतिनिधियों से की चर्चा

बैठक में भोरमदेव पदयात्रा के गरिमामय आयोजन के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। इनमें मुख्य रूप से भोरमदेव मंदिर तक पहुंचने के लिए मार्ग और दूरी दर्शाने के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जाने का सुझाव दिया गया। साथ ही भोरमदेव पदयात्रा का प्रचार-प्रसार गांव स्तर पर करने का सुझाव दिया गया। इसके अलावा वृक्षारोपण का सुझाव दिया गया। बैठक में आयोजन को भव्य बनाने के लिए यात्रा को किसी विशेष थीम पर आधारित करने का सुझाव दिया गया, ताकि नागरिकों तक अच्छा संदेश पहुंचे।

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