इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने रेल्वे से मांगा जवाब, जाने क्या है मामला …..
प्रयागराज: भारत में चलने वाली ट्रेनों की गति और उनके द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से सभी यात्री परिचित हैं। अपनी निर्धारित समय से देर चलने और खाना ,पानी जैसे सुविधाओं में साफ सफाई नहीं होने जैसे मामलों के कारण भारतीय रेल हमेशा सुर्ख़ियों में रहा है। जिसके कारण रेल्वे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आइये जानते है आखिर क्यों हाई कोर्ट के जज ने रेल्वे से मांगा जवाब
इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज गौतम चौधरी अपनी पत्नी के साथ सफर कर रहे थे, इस दौरान ट्रेन लेट हो गया और खाना भी नहीं मिला, जिसके कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसको लेकर जस्टिस चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को एक पत्र लिख पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
न्यायाधीश ने रेल्वे के अफसरों से जवाब मांगा गया है, पत्र के अनुसार, ट्रेन में जस्टिस चौधरी और उनकी पत्नी को काफी असुविधा हुई, जज और उनकी पत्नी को टाइम पर खाना नहीं मिला और फोन करने पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया, रेल्वे के इस व्यवस्था को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज गौतम चौधरी ने ट्रेन में असुविधा होने पर पत्र लिखकर जीएम एनसीआर से जवाब मांगा है। जस्टिस गौतम चौधरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से नई दिल्ली से प्रयागराज आ रहे थे, ट्रेन तीन घंटे से ज्यादा देरी से प्रयागराज पहुंची, इस दौरान उन्हे काफी असुविधा का सामना करना पड़ा था।
रजिस्ट्रार प्रोटोकॉल द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति गौतम चौधरी को 8 जुलाई को नई दिल्ली से प्रयागराज तक अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान असुविधा हुई और उन्होंने रेल्वे अधिकारियों, जीआरपी कर्मचारियों और पेंट्री कार प्रबंधक से स्पष्टीकरण का अनुरोध किया है।