Tue. Jun 3rd, 2025

अमरीकी प्रेसिडेंट जो बाइडन के 4 दिनी भारत प्रवास के मायने.. !

7 सितंबर को नई दिल्ली आ रहे हैं जो बाइडन

नई दिल्ली। भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित होने वाले G-20 देशों के सम्मेलन में शिरकत करने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 7 सितंबर को पहुंच रहे हैं। उनकी भारत यात्रा 4 दिनों की है। जिसके राजनैतिक संदर्भ हो सकते हैं।

भारत इस वक्त G-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। देश के विभिन्न शहरों में इसकी बैठके हो रही है। इस क्रम में राजधानी नई दिल्ली में भी बैठक रखी गई है। अमरीका चूंकि G-20 देशों के समूह का अहम हिस्सा है अतः उसका बैठक (सम्मेलन) में भाग लेना कतई आश्चर्य की बात नहीं है। न ही अमरीकी राष्ट्रपति का शिरकत करना बड़ी बात है। परंतु इस मौके को अवसर के तौर पर लेना जरूर बड़ी बात है। राष्ट्रपति जो बाइडन पूरे 4 दिन के प्रवास पर पधार रहे हैं। वे पहले अमरीकी राष्ट्रपति होंगे जो इतनी लंबी अवधि (4 दिन) तक ठहरेंगे। दरअसल इसके राजनैतिक मायने भी हैं।

गौरतलब है कि जनवरी 24 में अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने को है। चर्चा है कि जो बाइडन दूसरी बार चुनाव लड़ना चाहते हैं। वे अब तक के राष्ट्रपतियों में सर्वाधिक उम्र (78) में पद पर बनने एवं बने रहने का रिकॉर्ड बना चुके हैं। मगर उनकी उम्र एवं सेहत आड़े आ रही है। कई बार कार्यक्रम के मध्य वे डगमगा कर गिर पड़े हैं। कहां तो यह भी जा रहा है कि वे बतौर राष्ट्रपति चुनाव अमरीकी युवाओं की पसंद नहीं है। युवा वर्ग किसी अन्य को देख रहे हैं। स्वाभाविक है कि जो बाइडन की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे आया है।

दूसरी और एक बड़ी अहम बात यह है कि भारतीय मूल के प्रसिद्ध युवा उद्योगपति रामास्वामी दक्षिण भारत के हैं। वे रिपब्लिकन पार्टी की ओर उम्मीदवार बन राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ते जा रहा है। जिससे पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का खेमा परेशान है। वजह ट्रम्प स्वयं दोबारा रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने साढे तीन वर्ष से प्रयासरत है। उधर चर्चा है कि बाइडन की जगह डेमोक्रेटिक दल हिलैरी को न खड़ा कर दे। बाइडन इस डर से परेशान हैं। अब फिर आते हैं बाइडन के 7 सितंबर से भारत प्रवास पर आने एवं 4 दिन ठहरने को लेकर। कहीं ऐसा तो नहीं बाइडन
अमरीका में रह रहे अप्रवासी भारतीयों को (जो अमरीकी नागरिकता रखते हैं) भारत यात्रा से कोई बड़ा संदेश देते हुए अपनी ओर प्रभावित करना चाहते हैं। बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय वोटर हैं। बाइडन को उन्हें रिझाने का ऐसा मौका (G-20 सम्मेलन) फिर नहीं मिलने वाला लिहाजा वे इसे अवसर में बदलने की सोच लिए भारत आ रहे हैं। ऐसा करके अगर बाइडन अप्रवासी भारतीयों (वोटर ) का अगर समर्थन बटोर लेते हैं तो बड़ी बात होगी। फिर संभव है कि उनकी पार्टी दोबारा उम्मीदवार बना खड़ी करें। और अगर रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी से खड़े होते हैं या ट्रंप तो उनके समर्थक अप्रवासी भारतीयों का अपने खेमे में (पक्ष) बाइडन लाने में सफल होंगे।

अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी भारत यात्रा के साथ चीन और पाकिस्तान को यह सन्देश देना चाहते है। कि वे भारत की सीमा पर दखलदांजी न करे या बंद करे। और साथ ही चीन को बतलाना चाहते है कि भारत, अमरीका का दोस्त हैं।

About The Author