संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता की शिकायत EOW में!
चर्चा है की संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों,करीबियों को गलत अनुभव प्रमाण पत्र देकर चयन भी कर लिया।
Raipur News : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (PSC) के माध्यम से संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में द्वितीय श्रेणी के 7 पदों की भर्ती में गड़बड़ी का मामला राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) पहुंच गया है।
चर्चा है की संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों,करीबियों को गलत अनुभव प्रमाण पत्र देकर चयन भी कर लिया। शिकायतकर्ताओं के अनुसार चयनित लोगों में दो संस्कृति विभाग के अंदर ही संविदा पर कार्यरत हैं। कहा जा रहा है कि लेनदेन कर भर्ती प्रक्रिया निपटा ली गई है। इसकी शिकायत EO W में की गई है।
चर्चा यह भी है कि विधानसभा चुनाव पूर्व भाजपा आरटीआई प्रकोष्ठ के संयोजक ने चुनाव आयोग से ततसंबंध में शिकायत करते हुए चुनावी फंड जुटाने भर्ती करने का आरोप लगाया था। संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों को द्वितीय श्रेणी के पदों पर भर्ती कराने का आरोप लगा था। बताया जा रहा है कि कुछ नेताओं समेत अभ्यर्थियों ने ततसंबंधी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में भी की थी। कहा जाता है कि अगस्त 2023 में आनन-फानन में चयन सूची जारी कर दी गई थी। परंतु गड़बड़ी का खुलासा होने पर नियुक्ति आदेश जारी नही किए गए हैं।
कहा जा रहा है कि यह पूरी भर्ती PSC 2021 की तरह है। गड़बड़ी पर कई अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को EOW कार्यालय में तमाम दस्तावेजों सहित शिकायत की है। कहा जा रही कि आयोग के लोगों को भी इसमें भूमिका है। शिकायत में यहां तक बताया गया है कि जिन्होंने वर्ष 20-21 में एम.ए परीक्षा पास की। उन्हें तक अनुभव प्रमाण पत्र दिया गया है। कुल 102 अभ्यर्थी थे। जिसमें से 39 को पात्र बताया गया। जबकि 48 अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के वक्त अनुपस्थित बताया गया। साक्षात्कार हेतु 19 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। इतना ही नही PSC ने द्वितीय श्रेणी के इन पदों के सत्यापन की प्रक्रिया में इसी श्रेणी के अधिकारियों को लगा दिया। दस्तावेजों का परीक्षण किसी विषय विशेषज्ञ से न करवाकर प्रमाण पत्र देने वाले विभागीय अधिकारियों से कराया गया। मानों पदों के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ होना चाहिए था। पर ऐसा नहीं किया गया।