International Nurse Day : आज मनाया जा रहा इंटरनेशनल नर्स डे, जानें किन्हें समर्पित है ये दिन

International Nurse Day : आज 12 मई को इंटरनेशनल नर्स डे मनाया जा रहा है। बता दें कि यह डे फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इन्हें ‘लेडी विद द लैंप’ के नाम से भी जाना जाता है।
International Nurse Day : नई दिल्ली : बीमार के इलाज में डॉक्टर और दवाओं के साथ-साथ नर्सेस का भी योगदान कम नहीं होता है। इसमें डॉक्टर्स से कहीं बड़ी जिम्मेदारी नर्सेज निभाती हैं, जो 24 घंटे मरीज की देखरेख में लगी रहती हैं। इन्हें सम्मान देने के मकसद से दुनियाभर में हर साल 12 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ मनाया जाता है। यह दिन इन मेहनती पेशेवरों के योगदान की याद दिलाता है, जिनके बिना स्वास्थ्य सेवाएं अधूरी हैं। कोविड महामारी में भी आपने देखा होगा, कि कैसे फ्रंटलाइन में खड़े होकर यह लोग हर एक जिंदगी को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
इसलिए मनाया जाता है इंटरनेशनल नर्स डे
हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। दरअसल, 1820 में इसी दिन मॉडर्न नर्सिंग की जन्मदाता फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था। फ्लोरेंस नर्स होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक भी थीं। नाइटिंगेल का सबसे प्रसिद्ध योगदान क्रीमियन युद्ध के दौरान था.युद्ध के दौरान उन्होंने जिस तरह से काम किया, उस काम की सराहना लोग आज भी करते हैं। यही वजह है कि इस दिन को समाज और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में नर्सों के योगदान को याद करने, इस प्रोफेशन को बढ़ावा देने और नर्सेस को सम्मान देने के मकसद से 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस द्वारा इसे मनाने की घोषणा की गई।
‘लेडी विद द लैंप’ के नाम से जाना जाता है
ऐसा कहा जाता है कि वो वो रात के अंधेरे में लैंप लेकर घायल सैनिकों का इलाज और सहायता करने के लिए निकलती थीं। युद्ध के दौरान हजारों सैनिक इन्फेक्शन और टाइफाइड , हैजा और पेचिश से मर रहे थे। उनकी सेवा से लोग काफी संख्या में ठीक होने लगे थे। इस सराहनीय काम से फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने हज़ारों महिलाओं को नर्सिंग जैसे उत्तम सेवा के लिए प्रेरित किया। इसलिए इन्हें लेडी विद द लैंप’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस दिन पहली बार मनाया गया था नर्स डे
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स (ICN) ने साल 1974 में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की थी, फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में 12 मई को आधिकारिक रूप से इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाने का फैसला लिया गया और तभी से हर साल यह खास दिन मनाया जा रहा है।