इंदिरा बैंक घोटाला : 44 कारोबारियों को जारी किया गया नोटिस, 11 को है कोर्ट में सुनवाई

रायपुर। करोड़ों रूपये के इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला सहकारी बैंक घोटाले में छत्तीसगढ़ समेत महाराष्ट्र के तकरीबन 44 कारोबारी और उद्योगपतियों को नोटिस जारी किया गया है। इनमें अधिकांश छत्तीसगढ़ के तो कुछ महाराष्ट्र के भी हैं। बैंक घोटाले में शामिल आरोपियों को 11 अगस्त को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है गया।
नए सिरे से जांच की अनुमति
दरअसल राज्य शासन द्वारा किये गए आवेदन को स्वीकृत कर रायपुर के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी भूपेश कुमार बसंत ने प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला की नए सिरे से जांच की अनुमति दी थी। इसके बाद पुलिस बहुत जल्द और लोगों को भी पूछताछ के लिए तलब करेगी।
घोटाला उजागर हुए डेढ़ दशक बीते
वर्ष 2006 में रायपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला में करीब 28 करोड़ रुपये की अनियमितता सामने आई थी। मामले में तत्कालीन बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट की सीडी 14 साल बाद रायपुर कोर्ट में पेश की गई थी। इस सीडी में बड़े नेताओं के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री का नाम भी उमेश ने लिया था।
इस मामले के सभी अभियुक्तों को कोर्ट मे पेश होने का निर्देश दिया गया है। विशेष लोक अभियोजक संदीप दुबे के मुताबिक इनमें से कई तो सालों से पेश नहीं हुए हैं। अब सभी को 11 अगस्त को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के यहां मेडिकल सर्टिफिकेट और एफिडेविट सहित प्रस्तुत होना होगा। बहरहाल देखना ये है कि भाजपा के शासनकाल में हुए इस घोटाले की नए सिरे से जांच में कौन से तथ्य सामने आते हैं।