T20 World: 5 अहम मोमेंट्स जिनकी वजह से भारत ने जीता फाइनल मैच
T20 World Cup 2024: भारतीय टीम ने बारबाडोस के मैदान पर 29 जून को इतिहास रचते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मुकाबले में 7 रनों से जीत हासिल की।
भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बारबाडोस के केनिंग्सटन ओवल मैदान पर 29 जून को इतिहास रचते हुए टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका की टीम को 7 रनों से मात दी। इसी के साथ टीम इंडिया ने 13 साल से चले आ रही आईसीसी ट्रॉफी जीतने के सूखे को भी खत्म कर दिया। एक समय इस मैच में टारगेट का पीछा कर अफ्रीकी टीम की जीत पक्की दिख रही थी, लेकिन टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने अपने हौसले को बरकरार रखते हुए अंत में मुकाबले को अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की। फाइनल मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर्स में 176 रन बनाए थे तो वहीं अफ्रीकी टीम 169 के स्कोर तक ही पहुंचने में कामयाब रही। इस मुकाबले के दौरान कई बार उतार-चढ़ाव देखने को मिले जिसके बाद हम आपको 5 ऐसे अहम मोमेंट्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी वजह से भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मैच जीतने में कामयाब हो सकी।
फाइनल मैच में आई कोहली के बल्ले से 76 रनों की अहम पारी
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में विराट कोहली का बल्ला फाइनल मुकाबले से पहले तक खामोश ही देखने को मिला था, जिसमें वह 7 मैचों में सिर्फ 75 रनों की पारी ही खेलने में कामयाब हो सके थे। हालांकि कोहली ने खिताबी मुकाबले में 76 रनों की अहम पारी खेलने के साथ खुद को एकबार फिर से बड़े मैच का खिलाड़ी साबित किया। इस मैच में एक समय टीम इंडिया ने पहले 6 ओवर्स में ही रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव के विकेट गंवा दिए और फिर यहां से कोहली ने एक छोर से पारी को संभालने को साथ बड़े स्कोर की तरफ लेकर जाने की जिम्मेदारी को निभाया। कोहली ने 59 गेंदों में 76 रनों की पारी खेली जिसमें 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे।
कोहली-अक्षर की साझेदारी ने टीम इंडिया से हटाया दबाव
34 के स्कोर पर 3 विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम पर शुरु में ही अफ्रीकी टीम ने दबाव बना दिया था। इसके बाद अक्षर पटेल को बल्लेबाजी के भेजने का फैसला टीम मैनेजमेंट का पूरी तरह से सही साबित हुआ। अक्षर ने ना सिर्फ विराट कोहली के साथ 54 गेंदों में 72 रनों की साझेदारी की बल्कि 47 रनों की अहम पारी भी खेली जिसमें उन्होंने 4 छक्के और एक चौका भी लगाया।
जसप्रीत बुमराह ने अपने आखिरी 2 ओवर्स में दिए सिर्फ 6 रन और मैच में कराई टीम इंडिया की वापसी
साउथ अफ्रीका की टीम ने एक समय इस मुकाबले में टारगेट का पीछा करते हुए 15 ओवर्स में 4 विकेट के नुकसान पर 147 रन बना लिए थे। ऐसे में उनको आखिरी 5 ओवर्स में जीत के लिए सिर्फ 30 रनों की दरकार थी। भारतीय टीम की तरफ से पारी के 16वें ओवर में गेंदबाजी का जिम्मा जसप्रीत बुमराह ने संभाला और सिर्फ 4 रन दिए। इसके बाद बुमराह ने पारी का 18वां ओवर किया और उसमें सिर्फ 2 रन देने के साथ मार्को यानसन का विकेट हासिल किया और मैच में पूरी तरह फिर से टीम इंडिया की वापसी करा दी।
हार्दिक ने गेंद से दिखाया कमाल, क्लासेन का विकेट अहम समय पर किया हासिल
फाइनल मुकाबले में जब जसप्रीत बुमराह ने पारी के 16वें ओवर में सिर्फ 4 रन दिए तो इसके बाद 17वें ओवर को फेंकने की जिम्मेदारी हार्दिक पांड्या ने संभाली। ये ओवर पारी के इस मैच के नजरिए से दोनों टीमों को लिए काफी अहम था। हार्दिक ने ओवर की पहली ही गेंद पर हेनरिक क्लासेन का अहम विकेट हासिल किया जो 27 गेंदों 52 रनों की पारी खेलकर पवेलियन लौटे। इसके बाद हार्दिक ने इस ओवर में सिर्फ 4 रन दिए जिससे अफ्रीकी टीम पर दबाव भी बढ़ गया। वहीं इस मैच के आखिरी ओवर में जब साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी तो उसमें हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 8 रन दिए। इस मैच में हार्दिक ने 3 ओवर्स की गेंदबाजी की और सिर्फ 20 रन देने के साथ 3 विकेट अपने नाम किए।
सूर्यकुमार यादव ने कैच नहीं टी20 वर्ल्ड कप लपका
सूर्यकुमार यादव जिनसे इस फाइनल मैच में सभी को एक बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन उन्होंने वहां पर सभी को निराश किया। हालांकि सूर्या ने इस मैच में एक ऐसा कैच पकड़ा जिसके बाद सभी को साल 1983 के वर्ल्ड कप फाइनल का वो लम्हा याद आ गया जब कपिल देव ने विवियन रिचर्ड्स के कैच को पकड़ा था। पारी के आखिरी ओवर में जब साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी तो उस समय हार्दिक पांड्या ने ओवर की आखिरी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फुलटॉस फेंक दी जिसपर डेविड मिलर ने सीधे लॉन्ग ऑफ की तरफ हवा में काफी ऊंचा मारा, एक समय सभी को लगा कि ये 6 रन हो जाएंगे, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने अपनी शानदार फील्डिंग के दम पर गेंद को पकड़ने के साथ पहले उसे अंदर की तरफ हवा में उछाला और फिर बाउंड्री से बाहर आने के बाद इस कैच को पूरा करने के साथ टीम इंडिया की जीत को पूरी तरह से पक्का कर दिया।