गणेश चतुर्थी शुरू होते ही प्रसादी फलों के दाम बढ़े

रायपुर। गणेश चतुर्थी की अलसुबह से ही प्रसादी फलों के दाम बढ़ गए हैं। विक्रेता मांग अधिक-सप्लाई कम होने की बात कह पल्ला झाड़ रहे हैं। जबकि समूचे प्रदेश में चर्चा है कि फल स्टोर करके भाव बढ़ाया जा रहा है।
गौरतलब है कि गणपति देवा की पूजा-अर्चना के साथ फल रूपी प्रसादी में केला,सेब, अनार नाशपती, अमरुद अनिवार्यतः भोग स्वरूप लगाया (चढ़ाया) जाता है। साथ में मोदक, मगज, बूंदी के लड्डू, घी से निर्मित आटे,सूजी के प्रसाद।
राजधानी समेत प्रदेश के अंदर तमाम स्थानों पर फल विक्रेताओं ने चतुर्थी शुरू होते ही इनका दाम बढ़ा दिया है। सवाल- जवाब करने पर दो टूक कह रहें हैं कि माल नहीं आ रहा है। खपत बढ़ गई है।
पहले दिन केला 60 से 80 रुपए दर्जन बेचा गया। तो वहीं सेब 120 से 200 रूपये किलो। अनार 100 से 140 रूपये अमरुद 80 -100 रुपए किलो। इधर छोटी समितियां खीरे (ककड़ी) का भोग शक्कर के साथ लगती हैं। खीरे का भाव 2 दिन पूर्व 20-30 रुपए किलो था वह अब 40 से 50 रूपये हो गया है। इलायची दाने का दर भी 25 से 40 रुपए किलो बढ़ा हैं।
इससे (महंगाई) से पार पाने छोटी- मंझोली गणेशोत्सव समितियों ने एक फार्मूला विगत वर्षों से ढूंढ निकला है उन्होंने बकायदा भक्तों से कह रखा है कि सुबह-शाम के हिसाब से कोई एक घर यानि एक परिवार एक समय का प्रसादी भिजवाए। या दो -तीन परिवार मिलकर एक समय का प्रसादी समिति को भिजवाए। इससे भक्त परिवार खुद को जुड़ाव महसूस करता है।
(लेखक डॉ. विजय)